कोलकाता : पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को राज्य के वन विभाग के अधिकारियों ने पैंगोलिन की तस्करी का प्रयास करते हुए गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नेता की पहचान जेम्स बोरोगांव (53) के रूप में हुई है। वह खोयारडांगा-2 ग्राम पंचायत का उप प्रमुख है। उसके कब्जे से एक पैंगोलिन भी बरामद किया गया है।
भारत में पैंगोलिन को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की अनुसूची-1 के तहत संरक्षित किया गया है। पैंगोलिन का शिकार, व्यापार या उसके शरीर के अंगों और डेरिवेटिव के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
स्थानीय बक्सा टाइगर रिजर्व के डिप्टी फील्ड डायरेक्टर परवीन कस्वां के मुताबिक गिरफ्तार व्यक्ति की उस पैंगोलिन की तस्करी करने की योजना थी। उन्होंने बताया, “हमारे अधिकारी खरीदार बनकर उसे अपनी जाल में फँसाने में सफल रहे। रैकेट में शामिल अन्य लोगों को ट्रैक करने के लिए जांच जारी है।”
स्निफर डॉग का किया गया इस्तेमाल
उक्त अधिकारी ने बताया, ‘’एक व्यक्ति के कपड़ों के निशान मिले थे जिसके जरिए स्निफर डॉग को उसकी शिनाख्त के काम में लगाया गया। जब कुत्ता उस व्यक्ति के पास पहुंचा तो पता चला कि वह प्रभावशाली शख्स है। ऐसे में उसे पकड़ने के लिए सबूतों की जरूरत थी। इसलिए वन विभाग के अधिकारियों ने खरीददार बनकर उससे संपर्क साधा। अंत में वह निमाती वन परिक्षेत्र के पास उस लुप्तप्राय प्रजाति के जानवर के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। बाद में हमें पता चला कि वह स्थानीय ग्राम पंचायत का उप प्रमुख हैं।”
इस बीच अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक और विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा ने कहा कि इस घटना से यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार तृणमूल कांग्रेस की नीति है। उन्होंने कहा, “वे सब कुछ लूट लेते हैं। यहां तक कि जानवर भी सुरक्षित नहीं हैं।”