कोलकाता : दक्षिण कोलकाता के बेहला के चड़कतला में पिछले हफ़्ते टीएमसी के दो गुटों में हिंसा की घटना के मुख्य अभियुक्त को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक घटना के बाद सोमनाथ बनर्जी उर्फ बाबन कार में सवार होकर ओडिशा के बालेश्वर भाग गया था। एक दिन वहां रहने के बाद वह अपने साथियों के साथ खड़गपुर चला गया, जहां से वह दीघा लौट आया। एक दिन दीघा में रहने के बाद वह हावड़ा ग्रामीण क्षेत्र के जयपुर चला गया। इस दौरान बाबन बार-बार अपना सिम बदल रहा था।
पुलिस ने हावड़ा के जयपुर से सोमनाथ समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी कार और मोबाइल फोन जब्त कर ली गयी है और उनसे पूछताछ की प्रक्रिया जारी है। तृणमूल कांग्रेस पहले ही सोमनाथ बनर्जी उर्फ बाबन को पार्टी से निकाल चुकी है।
दरअसल, “चड़क मेले” को लेकर मंगलवार यानी 12 अप्रैल की रात बेहाला में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई थी। सोमनाथ बनर्जी इस घटना के मुख्य अभियुक्तों में से एक है।
बेहला थाना क्षेत्र के चड़कतला में पहला बोइशाख के एक दिन पहले होने वाली चड़क पूजा के मौक़े पर मेला आयोजित किया जाता है। सिंडिकेट और वसूली को लेकर तृणमूल कांग्रेस के दोनों गुटों के बीच विवाद हो गया था। तीखी नोकझोंक के बाद दोनों गुटों के समर्थक आपस में भिड़ गए। आरोप है कि बेहला पुलिस के सामने ही एक दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके गए और गोली चलाई गई। इसके अलावा अभियुक्तों ने इलाके में खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की।
इस घटना का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संज्ञान लेते हुए कलकत्ता पुलिस के कमिश्नर विनीत कुमार गोयल को तुरंत आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।
घटना को लेकर बेहला थाना पुलिस की भूमिका पर भी कई सवाल उठ रहे थे। घटना की जांच में जुटी पुलिस अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी थी लेकिन मुख्य अभियुक्त सोमनाथ बनर्जी उर्फ बाबन फरार था।