कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के गोवा में पैर जमाने की कोशिशों को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि गोवा में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनाना या मुख्य विपक्षी पार्टी बनना तृणमूल के लिए दूर की कौड़ी साबित होगी।
शुक्रवार की सुबह घोष दिल्ली के लिए रवाना हुए। कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होकर उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रिविलेज कमेटी की मीटिंग है। इसी में शामिल होने के लिए उन्हें बुलाया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ तृणमूल के ही सांसद कल्याण बनर्जी के दावे का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल के अंदर ही अभिषेक बनर्जी के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं जो अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि अभिषेक के नेतृत्व को पुराने नेता क्यों स्वीकार करेंगे? हालांकि उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में नेता-नेत्री की लड़ाई चलेगी क्योंकि वहां परिवारवाद हावी है। भाजपा इस संबंध में बहुत अधिक नहीं बोलेगी।
अभिषेक बनर्जी को लेकर तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बीच जारी जुबानी जंग पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि परिवारवाद वाली इस पार्टी में आंतरिक अनुशासन बिल्कुल नहीं है। शनिवार को अभिषेक बनर्जी के गोवा दौरे पर तंज कसते हुए दिलीप घोष ने कहा कि गोवा में फिलहाल टूरिज्म का सीजन चल रहा है। वहां बहुत सारे लोग घूमने के लिए जाते हैं, अभिषेक भी जा रहे हैं। गोवा की राजनीति में उनकी पार्टी केवल दर्शक की भूमिका में होगी ठीक उसी तरह से जैसे त्रिपुरा में हुआ।
इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर पश्चिम बंगाल की झांकी को शामिल नहीं किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों ने इसके कारणों के बारे में स्पष्ट किया है। राजपथ पर झांकियों की प्रस्तुति को लेकर किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं हुआ है। तृणमूल का काम है हर बात में राजनीति करना और कर रही है।