कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल ने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की सभी 42 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। तृणमूल ने कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में आयोजित जनगर्जन सभा के मंच से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की। उम्मीदवारों की सूची में बंगाल के बाहर के राज्यों से तीन नाम हैं- यूसुफ पठान, कीर्ति आजाद और शत्रुघ्न सिन्हा। बाहरी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने को लेकर भाजपा ने अभी से ही तृणमूल पर हमला शुरू कर दिया है। हालांकि, आगामी लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी न सिर्फ बंगाल में बल्कि बंगाल के बाहर भी अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है।
जनगर्जन सभा से तृणमूल सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस बंगाल के बाहर तीन राज्यों में अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है। ममता ने यह भी साफ किया कि पश्चिम बंगाल में कोई इंडी गठबंधन नहीं है, तृणमूल कांग्रेस अकेले लड़ रही है।
ममता ने कहा कि याद रखें, यह चुनाव तृणमूल बनाम भाजपा है। बंगाल में तृणमूल अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम असम में भी लड़ेंगे, उत्तर प्रदेश में भी लड़ेंगे। हम वहां एक सीट पर लड़ेंगे। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से बात हुई है। हम मेघालय में विपक्षी पार्टी हैं। हम मेघालय में भी लड़ेंगे। देश किस रास्ते पर जायेगा, यह तृणमूल कांग्रेस तय करेगी। बंगाल तय करेगा।
सपा सूत्रों के मुताबिक पूर्व कांग्रेस नेता कमलापति त्रिपाठी के नाती राजेश त्रिपाठी तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। कमलापति ने उत्तर प्रदेश के चंदौली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। राजेश त्रिपाठी उस सीट से लड़ना चाहते हैं। यह केंद्र वाराणसी के बगल में है। हालांकि इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस प्रचार करेगी, लेकिन मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ही प्रचार करेंगे।
दूसरी ओर, असम की तृणमूल नेता सुष्मिता देव ने ममता बनर्जी से असम की सभी 14 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की अपील की। उनके मुताबिक, असम की राजनीति में कांग्रेस दिन-ब-दिन प्रासंगिकता खोती जा रही है। ऐसे में असम में भाजपा विरोधी राजनीति का दायरा खाली होता जा रहा है।
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस मेघालय की तुरा सीट से उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रही है। तीन दिन पहले ही तृणमूल ने पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों में उम्मीदवार तय करने के लिए दो चुनाव समितियों का गठन किया था। असम में 10 लोगों की इस समिति के अध्यक्ष राज्य के तृणमूल अध्यक्ष रिपुन बोरा हैं। वहीं मेघालय की नौ सदस्यीय समिति का नेतृत्व तृणमूल अध्यक्ष और विधायक चार्ल्स पिंग्रोप कर रहे हैं।