कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस ने आईएनडीआई गठबंधन में सबसे बड़े दल कांग्रेस को सुझाव दिया है कि जिन राज्यों में सीट बंटवारा आसान है वहां जल्द इस पर फैसला कर लें। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ बने गठबंधन में ममता ने क्षेत्रीय दलों को मजबूती के हिसाब से उनके राज्यों में अधिक तवज्जो देने की नसीहत पहले दी थी। इससे बाद पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए 42 में से दो सीटें छोड़ने का प्रस्ताव भी तृणमूल कांग्रेस ने दिया था।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया है कि गठबंधन की एक और बैठक से पहले हम चाहते हैं कि जिन राज्यों में सीट बंटवारा आसान है, वहां इस पर जल्द फैसला लिया जाए ताकि भाजपा के खिलाफ प्रचार प्रसार और लामबंदी शुरू हो सके।
जदयू और राजद ने भी इसी तरह का प्रस्ताव रखा है। आआपा का भी यही प्रस्ताव रहा है। तृणमूल ने कहा है कि 15 दिनों के भीतर कम से कम 300 सीटों पर फैसला कर लिया जाना चाहिए ताकि चुनावी तैयारी में आसानी हो सके। पार्टी ने कहा है कि मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान जैसे राज्य जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां महाराष्ट्र, तमिलनाडु, बिहार जैसे राज्य जहां गैर भाजपा और कांग्रेस के सहयोगी दलों की सरकार है वहां आसानी से सीट बंटवारा हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब जैसे राज्य में हालात थोड़े जटिल जरूर है लेकिन यहां भी सीटों पर फैसला होना मुश्किल नहीं है।
हालांकि कांग्रेस ने इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया है कि तृणमूल के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।