कोलकाता : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल छोड़ कर भाजपा में लौटे बैरकपुर से बीजेपी प्रार्थी अर्जुन सिंह ने राज्य पुलिस के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। कुछ दिन पहले प्रशासन ने अचानक अर्जुन के आवास के आसपास सीसी कैमरे लगा दिये थे। बैरकपुर के भाजपा उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कुल 82 सीसीटीवी कैमरों से उनके घर की निगरानी कर रही है। उनके घर कौन आ रहा है, कौन जा रहा है, उन लोगों के खिलाफ भी पुलिस मुकदमा दर्ज कर रही है। सिंह की याचिका पर आगामी मंगलवार को सुनवाई होगी।
अर्जुन सिंह के विधायक बेटे पवन सिंह का दावा है कि सीसीटीवी कैमरे से न केवल उनके परिवार के सदस्यों पर नजर रखी जा रही है, बल्कि उनकी बातचीत भी रिकॉर्ड की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता के तृणमूल से भाजपा में शामिल होने के बाद ही कड़ी निगरानी शुरू हो गयी थी। उन्होंने कहा कि पुलिस अवैध तरीके से निगरानी कर रही है। हालांकि, पुलिस प्रशासन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अर्जुन तृणमूल छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। वे बैरकपुर लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे। हालांकि 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल की भारी जीत के बाद मई, 2022 में बैरकपुर के सांसद अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल में लौट आए। 10 मार्च को तृणमूल की ओर से लोकसभा उम्मीदवारों की सूची घोषित होने और उसमें अपना नाम नहीं होने से नाराज अर्जुन सिंह ने कहा कि तृणमूल ने उन्हें बैरकपुर के बजाय किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ने या राज्य में मंत्री पद आक ऑफर दिया लेकिन उन्होंने बैरकपुर की माटी नहीं छोड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने फिर से बीजेपी में वापसी की और पार्टी ने उन पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए प्रार्थी बनाया है।