संयुक्त राष्ट्र : जी 20 घोषणापत्र की दुनिया के अलग-अलग देशों ने खुली प्रशंसा की है। इस कड़ी में अब संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस भी शामिल हो गए हैं। डेनिस फ्रांसिस का कहना है कि जी-20 घोषणापत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम की कूटनीतिक दक्षता का प्रमाण है। फ्रांसिस ने जी-20 शिखर सम्मेलन के भव्य आयोजन और इस सम्मेलन से निकले नतीजों के लिए भारत को बधाई दी है।
इसी माह 78वें सत्र के लिए 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र निकाय के अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालने वाले डेनिस फ्रांसिस ने कहा कि जी 20 के साझा बयान में कहा गया है कि हमें एकजुटता और सहयोग बनाए रखने की जरूर है। साथ ही हमें अपने समक्ष उत्पन्न चुनौतियों से निबटने के लिए एक दृष्टिकोण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम की दक्षता का प्रमाण है कि साझा बयान जारी करने के दौरान वे जी 20 को एकमत रखने में पूरी तरह से सक्षम थे।

उल्लेखनीय है कि भारत ने 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सहित सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने हिस्सा लिया। हालांकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एवं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्वयं इसमें शामिल होने की बजाय अपने प्रतिनिधियों को भेजा। इस सम्मेलन की अहम बात यह थी कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर साझा बयान पर सभी सदस्य देशों ने सहमति जताते हुए घोषणापत्र की प्रशंसा की।