कोलकाता : पंचायत चुनाव के नामांकन को लेकर सोमवार को लगातार चौथे दिन हिंसा का दौर जारी है। कहीं भाजपा नेता का सिर फटा है तो कहीं कांग्रेस प्रत्याशी की पिटाई हुई है।
इस बीच, राज्य निर्वाचन आयोग ने नामांकन में अशांति को रोकने के लिए धारा 144 लागू कर दी है। लेकिन हिंसा नहीं थम रही।
नदिया के नकाशीपाड़ा में हरनगर ग्राम पंचायत के चंडितला में कांग्रेस प्रत्याशी को नामांकन करने से रोकने का आरोप है। तृणमूल पर आरोप लगाया गया है। कांग्रेस उम्मीदवार जमान मंडल को बचाने की कोशिश में उनके चाचा पर हमला किया गया, उनका हाथ टूट गया है।
काकद्वीप में भी सुबह से ही तनाव बना हुआ है। कांग्रेस उम्मीदवार शिवानी दास को कथित तौर पर बीडीओ कार्यालय परिसर के अंदर घेराबंदी शुरू कर दी गई थी। साथ ही तृणमूल पर दस्तावेज छीनने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि पुलिस को सूचना देने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा यही, नामांकन दाखिल करने के लिए रास्ते में भाजपा उम्मीदवारों को सड़कों पर कथित रूप से पीटा भी गया है।
इसी तरह से एक और जगह पर कांग्रेस प्रत्याशी को डीसीआर लेने से रोका गया। तृणमूल पर बीडीओ कार्यालय में पुलिस के सामने पिटाई का आरोप लगा है। घटना भांडार के चलतबेरिया ग्राम पंचायत के चकमरिचा गांव की है। कांग्रेस उम्मीदवार अशरफ अली मुल्ला ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने नामांकन में बाधा डाली। इसके बाद पुलिस की मदद से बीडीओ कार्यालय में घुसे, लेकिन वहां भी उनके साथ मारपीट की गई।
बांकुड़ा के सोनामुखी में भाजपा नेता का सिर फटा है। तृणमूल पर सोनमुखी के भाजपा विधायक दिबाकर घरामी पर पार्टी उम्मीदवारों का नामांकन के दौरान पुलिस के सामने हमले का आरोप लगाया गया है। बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान और कोतुलपुर के विधायक हरकली प्रतिहार ने विरोध में जयपुर के बांकुड़ा में कोलकाता जाने वाले राज्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। आरोप है कि भाजपा के सोनमुखी ग्रामीण मंडल 2 के सचिव देबाशंकर घोष पर नामांकन दाखिल करने के दौरान हमले हुए जिसमें उनका सिर फूट गया।