कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के पहले दिन शुक्रवार को हिंसा शुरू हो गई। मुर्शिदाबाद के खरग्राम के रतनपुर नलदीप गांव में रात को कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। हत्याकांड में चार लग घायल भी हुए हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कुछ लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया गया है।
ग्रामीणों के मुताबिक रतनपुर नलदीप गांव में शाम को कांग्रेस कार्यकर्ता फूलचंद शेख (42) अपने घर के सामने पुत्र को गोद में लेकर बैठे थे। पास में कई लोग ताश भी खेल रहे थे। आरोप है कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता रफीक के नेतृत्व में करीब 15 बदमाश पहुंचे और फूलचंद को घेर लिया और उसे नजदीक से छह बार गोली मारी। फूलचंद को बचाने आए कुछ लोगों को पीटा गया। मारपीट में चार लोग घायल हो गए। इसके बाद बेखौफ अपराधी भाग गए। लहूलुहान फूलचंद स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। देर रात हालत बिगड़ने पर कांदी अस्पताल शिफ्ट किया गया। यहां उसकी मौत हो गई।
बताया गया है कि पंचायत चुनाव हिंसा में जान गंवाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता प्रवासी मजदूर फूलचंद 10 दिन पहले ही गृह राज्य केरल से लौटे थे। उनकी मां मरीना बीबी का आरोप है कि तृणमूल के लोगों ने उनके बेटे की हत्या की है। उन्होंने कहा हम मर भी जाएंगे तब भी कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे।
कांदी के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता सफीउल आलम खान ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस ने यह कायराना हरकत कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डराने के लिए की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा है बंगाल में चुनाव के नाम पर तमाशा चल रहा है। अगर गोलियों से सत्ता हथियाने की ख्वाहिश थी तो बैलेट के नाटक की क्या जरूरत थी। इस हत्याकांड के दौरान घायल कांग्रेस कार्यकर्ता साहेबन शेख ने कहा है कि यह हमला राजनीतिक कारणों से हुआ है।
इस घटना पर जंगीपुर से तृणमूल के सांसद खलीलुर रहमान ने कहा है कि यह तो समय बताएगा कि कांग्रेस चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की साजिश कर रही है या नहीं। पुलिस मामले की जांच कर इस घटना में शामिल लोगों को सजा देगी। उधर, शनिवार सुबह तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।