– प्रधानमंत्री ने रोजगार मेला में 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित रोजगार मेले युवाओं के भविष्य के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि हम न केवल रोजगार प्रदान कर रहे हैं बल्कि एक पारदर्शी प्रणाली भी बनाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त 51,000 से अधिक कर्मियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। देश भर से चुने गए युवा रेल मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और शिक्षा मंत्रालय सहित स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालयों और विभागों में सरकार में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान देशभर के 37 स्थान मेले से जुड़े रहे।
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार मेलों की यात्रा एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंच गई है, क्योंकि रोजगार मेले पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुए थे। तबसे निरंतर केंद्र शासित और एनडीए शासित राज्यों में विभिन्न रोजगार मेलों में लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “दिवाली में अभी कुछ समय बाकी है लेकिन नियुक्ति पत्र पाने वाले 50 हजार युवाओं के परिवार के लिए ये मौका दिवाली से जरा भी कम नहीं है।”
मोदी ने कहा कि सरकार न केवल प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने का प्रयास कर रही है बल्कि परीक्षा प्रक्रिया का पुनर्गठन भी कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन चक्र के तहत भर्ती में लगने वाला समय भी घटाकर आधा कर दिया गया है। एसएससी के तहत कुछ परीक्षाओं के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि परीक्षाएं अब हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जा रही हैं, जिससे उन उम्मीदवारों के लिए भाषा की बाधा को तोड़ना आसान हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “सरकार रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले पारंपरिक क्षेत्रों को मजबूत कर रही है, साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा, अंतरिक्ष, स्वचालन और रक्षा निर्यात जैसे नए क्षेत्रों को भी बढ़ावा दे रही है।” उन्होंने ड्रोन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नए रास्ते खोलने का भी जिक्र किया और इसकी मदद से किए जा रहे फसल मूल्यांकन और पोषक तत्वों के छिड़काव का उदाहरण दिया।
प्रधानमंत्री ने खादी के पुनरुत्थान का जिक्र करते हुए कहा कि खादी की जो चमक पहले खो गई थी, वह अब वापस आ गई है। उन्होंने बताया कि 10 साल पहले के महज 30 हजार करोड़ की तुलना में अब खादी ने 1.25 लाख करोड़ से अधिक की बिक्री दर्ज की है। इससे खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र में कई नौकरियां पैदा हुई हैं, विशेषकर महिलाओं को लाभ हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश के प्रतिस्पर्धी लाभ के लिए युवाओं की शक्ति का पूरी तरह से एहसास होना जरूरी है। उन्होंने कौशल और शिक्षा की पहल का उल्लेख किया, जो युवाओं को नए अवसरों का पूरा लाभ उठाने के लिए तैयार कर रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नए मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम और आईआईआईटी खोले जा रहे हैं और पीएम कौशल विकास योजना के तहत करोड़ों युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर का उल्लेख किया और नई भर्तियों से वोकल फॉर लोकल का संदेश फैलाने का आग्रह किया, जो देश के भीतर रोजगार पैदा करने का एक माध्यम भी है।