कोलकाता : कामदूनी दुष्कर्म और हत्याकांड के मामले में मौत की सजा पाए सभी आरोपितों को हाई कोर्ट ने बरी कर दिया है। इस बीच शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधिक रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मामले की सीआईडी जांच में बड़ी लापरवाही थी। इसके साथ ही उन्होंने सीएम से कामदूनी हत्याकांड के पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करने की नसीहत दी है।
अधीर चौधरी ने कहा कि हम सभी को न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। लेकिन कामदूनी सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में फैसला सुनकर मैं मानसिक रूप से टूट गया हूं। हालांकि, अधीर ने कहा, एक सांसद के तौर पर मुझे इस मामले के फैसले पर कोई विवादित टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। निचली अदालत ने पहले इस मामले में मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि, उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने मौत की सज़ा को रद्द कर दिया।
अधीर ने मूल रूप से जांच में राज्य पुलिस और सीआईडी की लापरवाही बताई। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस और सीआईडी अधिकारी सही जानकारी नहीं जुटा सके। वे इस नृशंस घटना के बारे में उचित सबूत जुटाने और अदालत के सामने पेश करने में विफल रहे हैं। इसी वजह से कलकत्ता हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने यह फैसला सुनाया। अधीर ने कहा, लेकिन यह दोष देने का समय नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को कामदूनी पीड़िता परिवार के सदस्यों से मिलना चाहिए। अब पीड़ित परिवार के आंसू पोंछने और सुप्रीम कोर्ट जाने का समय आ गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध किया कि कृपया पीड़ित परिवार से मिलें। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उनके साथ खड़े रहें।