कोलकाता : करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए गए पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के बड़े भाई देवप्रिय मल्लिक ने सोमवार को कहा कि केवल उनके छोटे भाई और ईडी ही हर चीज से वाकिफ हैं। केंद्रीय एजेंसी के बुलावे पर सोमवार को वह सुबह 10:30 बजे ईडी के दफ्तर में पहुंचे थे। करीब एक घंटे की पूछताछ के बाद वह बाहर निकले। देवप्रिय ने बताया कि ईडी को एक पन्ने का दस्तावेज और पत्र जमा दिया हूं।
राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में ज्योतिप्रिय की संलिप्तता के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह ज्योतिप्रिय ही जानते हैं या ईडी अधिकारी जो उन्हें गिरफ्तार किए हैं और जांच कर रहे हैं। मुझे नहीं पता।
उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को एक पेज का पत्र सौंपा है। मैं पत्र की सामग्री के बारे में बोलने में असमर्थ हूं। मेरे छोटे भाई और ईडी अधिकारियों को इसकी जानकारी है। बेहतर होगा कि आप यह सवाल ईडी से पूछें।
उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री की बेटी प्रियदर्शिनी यह पत्र सौंपने के लिए ही रविवार दोपहर ईडी कार्यालय आई थीं, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के कारण वह पत्र जमा नहीं कर सकी। इसलिए, मैं आज केवल वह पत्र जमा करने आया हूं।
वह अपने छोटे भाई की चिकित्सीय स्थिति के बारे में बोलने से भी हिचक रहे थे, जो शुक्रवार से कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती है, उसी दिन उन्हें राशन वितरण मामले में ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था।
कोलकाता की एक विशेष अदालत के आदेश के अनुसार, राज्य के वर्तमान वन मंत्री और पूर्व राज्य खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मल्लिक की 11 दिन की ईडी हिरासत अस्पताल से रिहा होने के बाद ही शुरू होगी।
केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर से बाहर निकले देवप्रिय ने कहा मल्लिक ने कहा, “बेहतर होगा कि आप अस्पताल अधिकारियों से उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूछें।”
ईडी के अधिकारियों को गिरफ्तार मंत्री की नवीनतम मेडिकल रिपोर्ट सोमवार को कोलकाता की विशेष अदालत में जमा करनी है।