कोलकाता : राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में खाद्य विभाग के बाद इस बार ईडी की नजर वन विभाग पर है। मंगलवार दोपहर को ईडी ने राज्य के प्रेसिडेंसी सेंट्रल जेल में बंद मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के अरण्य भवन स्थित वन विभाग के कार्यालय पर छापेमारी की।
मल्लिक खाद्य विभाग के बाद वन विभाग के मंत्री बने थे। ईडी के पांच अधिकारियों की टीम दोपहर करीब एक बजे वन विभाग कार्यालय अरण्य भवन पहुंची और तलाशी ली।
उल्लेखनीय है कि ज्योतिप्रिय को राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले में 27 अक्टूबर की आधी रात को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले राशन मामले के मुख्य आरोपी बकिबुर रहमान को 13 अक्टूबर देर रात गिरफ्तार किया गया था। ज्योतिप्रिय की गिरफ्तारी के 46 दिन बाद ईडी ने कोर्ट में चार्जशीट पेश की है।
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, राशन वितरण में सैकड़ों करोड़ रुपये का ”भ्रष्टाचार” हुआ है। जांच के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट में आरोप लगाया कि मंत्री ज्योतिप्रिय ने बचने के लिए ”भ्रष्टाचार का पैसा” अलग-अलग जगहों और अलग-अलग लोगों को भेजा।
ईडी ने यह भी दावा किया कि राशन वितरण भ्रष्टाचार में मदद करने वाले कई लोगों को नौकरी दिलाई थी, जिन्हें वह पैसे भेजता था। आरोप पत्र में दावा किया गया है कि नौकरी पाने वालों में से एक बकीबुर रहमान के बहनोई अभिषेक विश्वास भी हैं जिसे वन विभाग में नौकरी दी गई है। इसी सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने छापेमारी की।