कोलकाता : मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने कई बड़े घोटालों और फिरौती के लिए दो किशोरों के अपहरण के बाद हत्या को लेकर पुलिस की आलोचना की है।
बुधवार को उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘पश्चिम बंगाल पूरी तरह अराजकता की ओर बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि राज्य सरकार के शीर्ष नेता एक के बाद एक बड़े घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में आ रहे हैं और पुलिस का सम्पूर्ण पतन हो रहा है।
तथागत ने ट्वीट में पहले पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के घर फिर सुपर हैवीवेट जिला नेता अनुब्रत मंडल और अब कानून मंत्री मलय घटक। कुछ पालिका अधिकारी भी संदेह के दायरे में हैं। फिरौती के लिए दो युवकों का अपहरण कर हत्या कर दी गई। उनके शव 13 दिनों से बशीरहाट मुर्दाघर में अवैध रूप से पड़े रहे।’
उल्लेखनीय है कि पहले पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के घर फिर तृणमूल के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के बाद बुधवार को कानून मंत्री मलय घटक के छह ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की।
कोलकाता के उपनगर बागुईआटी में एक पुलिस थाने में गुमशुदगी की डायरी दर्ज की गई तो उसका कोई हिसाब नहीं। उन्होंने शिकायतकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया। इस तरह के व्यवहार का कारण क्या है?