हावड़ा : 50 घंटे से जारी कुर्मी आंदोलन और तेज होता जा रहा है। कुर्मी समुदाय को अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत लाया जाने, सरना धर्म को मान्यता दिये जाने और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किये जाने सहित कई मांगों को लेकर राज्य के पश्चिमी हिस्से में लगातार आंदोलन चल रहा है। पश्चिम मेदिनीपुर-पुरुलिया-बांकुड़ा में अनिश्चितकालीन रेल-सड़क अवरोध चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि पुरुलिया में आंदोलन का आज तीसरा दिन है। कुर्मी समुदाय अपने दावे पर अड़ा हुआ है। आंदोलन के चलते पुरुलिया के आद्रा मंडल में शुक्रवार को भी ट्रेनों की आवाजाही बाधित है। यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। आद्रा मंडल ने बताया कि आद्रा पुरुलिया शाखा की 58 ट्रेनें पहले ही रद्द की जा चुकी हैं। चार ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। इस बीच, कुर्मी समुदाय ने जानकारी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो रविवार से पुरुलिया-रांची रेलवे के कोटशिला स्टेशन और पुरुलिया-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया जाएगा।
पश्चिम मेदिनीपुर का खेमाशुली छह नम्बर राष्ट्रीय राजमार्ग आदिवासी कुर्मी समाज के आंदोलन के चलते बंद है। आंदोलनकारियों ने शुक्रवार की सुबह सबसे पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर मार्च किया। उसके बाद खेमाशुली स्टेशन पर उन्होंने सोकर अपना विरोध कार्यक्रम शुरू किया।
कुर्मी आंदोलन के कारण कई रेल यात्राओं को छोटा किया गया है। लंबी दूरी की कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। रद्द की गई ट्रेनों की सूची में पुरुलिया-हावड़ा एक्सप्रेस, हावड़ा-चक्रधरपुर एक्सप्रेस, हावड़ा-बोकारो स्टील सिटी एक्सप्रेस, बोकारो स्टील सिटी-रांची पैसेंजर स्पेशल, खड़गपुर-रांची मेमू स्पेशल, आनंदविहार-भुवनेश्वर एक्सप्रेस, वास्को-द-गामा-जेसीडी एक्सप्रेस, सिकंदराबाद-पटना स्पेशल आदि शामिल हैं।