कोलकाता : अमूमन किस्मत आजमाने के लिए खेली जाने वाली लॉटरी में भी पश्चिम बंगाल में धांधली होने का खुलासा हुआ है। सीबीआई की जांच में बंगाल के कई तृणमूल नेताओं के नाम 10 से 50 लाख रुपये तक की लॉटरी खुलने की बात सामने आई है। इन नेताओं में अनुब्रत मंडल के अलावा मवेशी तस्करी मामले में अभियुक्त इनामुल हक को भी 50 लाख रुपये लॉटरी से मिले थे।
दरअसल, मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिले के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल को एक करोड़ की लॉटरी के सिलसिले में जांच कर रही सीबीआई के हाथ कई चौंकाने वाले तथ्य लगे हैं। जांच में पता चला है कि अनुब्रत के जितने भी खास लोग हैं, उन सभी को लॉटरी में लाखों रुपये मिले हैं। अभी तक उनकी बेटी के खाते में 10-10 लाख की लॉटरी के बारे में जानकारी तो मिली ही थी। अब मवेशी तस्करी मामले में अभियुक्त सरगना इनामुल हक को भी लॉटरी से 50 लाख रुपये मिले हैं। इससे ऐसा लगता है कि लॉटरी के नाम पर काले धन को सफेद करने में धांधली हुई है। सीबीआई के एक सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि 2017 में इनामुल हक ने 50 लाख की लॉटरी जीती है। मंडल के खाते में हुई लेनदेन की जांच के सिलसिले में इनामुल हक के बारे में पता चला। यह महज संयोग नहीं हो सकता कि मवेशी तस्करी के सरगना भी लॉटरी से रुपये जीत रहे हैं और अनुब्रत मंडल के भी खाते में उसी लॉटरी के जरिए एक करोड़ रुपये आए हैं। अनुब्रत की बेटी भी लॉटरी जीत रही है और उनके दो अन्य करीबियों के खाते में भी लॉटरी से रुपषे आने के दावे किए जा रहे हैं। यह तथ्य सामने आने के बाद लॉटरी के नाम पर धांधली और साजिश को उजागर करने में जुट गई है।
केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक ऐसे लोगों के बारे में पता चल चुका है, जिन्होंने लॉटरी से लाखों करोड़ों रुपये जीते और सारे के सारे मवेशी तस्करी मामले में संलिप्त हैं। जाहिर सी बात है मवेशी तस्करी की राशि को सफेद करने के लिए लॉटरी को ढाल बनाया गया है। जिस लॉटरी के जरिए इनामुल के खाते में रुपये आए हैं उसके बारे में पता लगाया जा रहा है। मंडल तथा उनकी बेटी के भी खाते में लॉटरी से आए रुपये के तार एक दूसरे से जोड़े जा रहे हैं ताकि इस राज का पर्दाफाश हो सके।