कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने सुनने और बोलने में अक्षम बच्चों को हिंसा की शिकायत दर्ज कराने के लिए 1098 हेल्पलाइन नंबर पर टेक्स्ट मैसेज भेजने की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। वर्तमान में इस हेल्पलाइन पर केवल वॉयस कॉल की सुविधा उपलब्ध है।
यह घोषणा राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने मंगलवार को यूनिसेफ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की। इस कार्यक्रम में कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के वंचित स्कूलों के छात्रों के साथ बातचीत की गई। कार्यक्रम में शगुफ्ता नाम की एक सुनने में अक्षम लड़की ने मंत्री से अनुरोध किया कि 1098 हेल्पलाइन नंबर पर टेक्स्ट मैसेज की सुविधा उपलब्ध कराई जाए ताकि उनकी तरह के बच्चे भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकें। इस पर मंत्री ने टेक्स्ट मैसेज की सुविधा जोड़ने का वादा किया।
मंत्री पांजा ने बच्चों को ‘कन्याश्री प्रकल्प’, ‘सबुज साथी’ और मध्याह्न भोजन जैसी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे अपने दोस्तों और सहपाठियों को भी इन योजनाओं और उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करें।
कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ और कोलकाता के कई एनजीओ द्वारा विश्व बाल दिवस (20 नवंबर) के उपलक्ष्य में किया गया। यूनिसेफ के पश्चिम बंगाल प्रमुख मंजूर हुसैन ने कहा कि इस बातचीत से कई ऐसी समस्याएं सामने आईं हैं, जिन पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ बच्चों को अपनी आवाज उठाने और उनके सुझावों को नीति निर्माण में शामिल करने के लिए अवसर प्रदान करेगा।
यह पहल बच्चों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनके लिए एक सुरक्षित और समावेशी समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।