कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामले में अब तक कुल जब्ती की राशि 239.26 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। हालांकि, इस मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया अभी भी अनिश्चितताओं से घिरी हुई है। ईडी द्वारा की गई जब्ती में नकद, सोना, अचल संपत्तियां और अन्य परिसंपत्तियां शामिल हैं, जिनका स्वामित्व पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी पाया गया है।
ईडी के ताजा बयान के अनुसार, हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित कुछ व्यावसायिक संपत्तियों और पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में जमीन और इमारतों को जब्त किया गया है, जिनकी कुल कीमत 8.20 करोड़ रुपये बताई गई है।
ये संपत्तियां एम/एस एनडी इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर थीं, जो नीलाद्री दास और उनके परिवार के सदस्यों के अलावा अब्दुल खालेक और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित की जाती थी। इसके अलावा, ईडी ने चंदन मंडल और उनकी पत्नी के नाम पर पंजीकृत 46.13 लाख रुपये मूल्य की जमीन भी जब्त की है।
मुख्य आरोपित की गैर-मौजूदगी के कारण आरोप तय करने की प्रक्रिया टली
गुरुवार को कोलकाता की प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) अदालत में इस मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया दूसरी बार टालनी पड़ी। इसका कारण यह रहा कि मामले के मुख्य आरोपित सुजय कृष्ण भद्र को अस्पताल में भर्ती होने के कारण अदालत में पेश नहीं किया जा सका।
कानूनी प्रावधानों के अनुसार, आरोप तय करने की प्रक्रिया तभी पूरी हो सकती है जब सभी आरोपितों की भौतिक उपस्थिति अदालत में हो।
ईडी की चार्जशीट में 29 व्यक्ति और 24 कंपनियां आरोपित
ईडी ने इस मामले में अब तक कुल 29 व्यक्तियों और 24 कंपनियों व ट्रस्टों को आरोपित के रूप में नामित किया है।
इन आरोपितों में पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी, तृणमूल कांग्रेस विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य का नाम भी शामिल है।
चार्जशीट में पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी का भी नाम है, जिनके दो आवासों से जुलाई 2022 में ईडी ने बड़ी मात्रा में नकदी और सोना बरामद किया था। इसके अलावा, पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य को भी आरोपित बनाया गया है।
ईडी की चार्जशीट में बबली चटर्जी मेमोरियल ट्रस्ट का नाम भी शामिल है, जिसे पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी के नाम पर बनाया गया था।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच जारी
ईडी लगातार इस घोटाले से जुड़े संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहा है। एजेंसी का दावा है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं और इस मामले में कई प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जांच एजेंसी अब सभी सबूतों को अदालत में पेश कर मामले को निर्णायक मोड़ तक ले जाने की तैयारी में है।