कोलकाता : पश्चिम बंगाल में बारिश की शुरुआत के साथ ही विकराल रूप लेते जा रहे डेंगू के संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मेयर फिरहाद हकीम के अजीबोगरीब बयान पर नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने चुटकी ली है।
मंगलवार को उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर डाली है जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शब्दों को कोट किया गया है। एक जगह ममता कहती हैं कि डेंगू बांग्लादेश से आ रहा है तो दूसरी ओर वह कह रही हैं कि पंचायत में बोर्ड गठित नहीं होने की वजह से डेंगू बढ़ रहा है। ममता ने यह भी कहा है कि जिस तरह से राज्य में आम का उत्पादन किसी साल ज्यादा और किसी साल कम होता है उसी तरह से डेंगू भी किसी साल ज्यादा तो किसी साल कम होता रहता है।
ডেঙ্গি পরিস্থিতি নিয়ে রাজ্যের শীর্ষ প্রশাসনিক ব্যক্তিদের মন্তব্য রীতিমত উদ্বেগজনক। ঠিক বোঝা যাচ্ছে না ওনারা এরকম দায়িত্বজ্ঞানহীন মন্তব্য করছেন কেন? বিষয়টিকে লঘু করার জন্য নাকি নিজেদের অপদার্থতা ও প্রস্তুতিহীনতা ঢাকবার জন্য?
স্বাস্থ্যমন্ত্রী তথা মুখ্যমন্ত্রীর উদ্দেশ্য হয়তো এর… pic.twitter.com/JjhbqN2fYx
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) August 1, 2023
इसके अलावा कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा है कि आर्थिक वृद्धि और विकास की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू बढ़ा है। इसे लेकर उन्होंने एक पोस्टर भी ट्विटर पर डाला है जिसमें कंफ्यूज हुआ मच्छर पूछ रहा है कि क्या मैं बांग्लादेशी हूं?
इसके बाद ट्विटर पर शुभेंदु ने लिखा है, “डेंगू की स्थिति पर राज्य के शीर्ष अधिकारियों की टिप्पणियां चिंताजनक हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि वे ऐसी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियाँ क्यों कर रहे हैं? मामले को हल्का करने के लिए या अपनी अक्षमता और नाकामी पर पर्दा डालने के लिए?
स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उद्देश्य शायद बीएसएफ के कंधों पर दोष मढ़ना है कि वे भारत-बांग्लादेश सीमा पर मच्छरों की घुसपैठ क्यों नहीं रोक पा रहे हैं!
वहीं पंचायत बोर्ड का गठन नहीं होने से स्वास्थ्य विभाग कोई काम नहीं कर पा रहा है, यह आश्चर्य की बात है। क्या पंचायत नेता टेंडर बुलाकर सरकारी अस्पतालों में डेंगू टेस्ट किट की कमी को पूरा करेंगे?
ऐसा प्रतीत होता है कि मेयर भी अर्थशास्त्री बन गये हैं! सामाजिक-आर्थिक विश्लेषण से उन्होंने समस्या ( डेंगू का संक्रमण) तो ढूंढ ली लेकिन समाधान नहीं ढूंढ सके!”