-मुख्यमंत्री योगी का प्रयागराज से अपराधियों को बड़ा संदेश
प्रयागराज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्रीरामचरितमानस की चौपाई ‘कर्म प्रधान विश्व रचि रखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा…के माध्यम से प्रयागराज समेत पूरे प्रदेश के अपराधियों को संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रकृति अपना संतुलन खुद बना लेती है। प्रयागराज की पवित्र धरती पर भी यह गोस्वामी तुलसी दास जी की यह पंक्ति चरितार्थ हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मेयर और पार्षद पद के उम्मीदवारों के लिए आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जो वर्ष 2017 से पहले पापाचार का शिकार था। सपा बसपा कांग्रेस ने तुस्टिकरण, भेदभाव और जातिवाद में विभाजित कर दिया था।
वर्ष 2017 के बाद देश और प्रदेश मे भाजपा की डबल इंजन की सरकार है। आज वह वर्ष 2017 वाले उत्तर प्रदेश की पहचान बादल गई है। जिन हाथों मे तमंचे थे, उन हाथ में टैबलेट लेकर युवा विकास की तकदीर लिख रहे हैं। वर्ष 2017 से पहले पर्व आने पर लोग भय में आ जाते थे कि अब क्या होगा। अब उसी प्रदेश में पर्व आने पर उत्सव जैसा माहौल होता है। प्रदेश में अब दंगा नहीं, सब चंगा है।
योगी ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे नित नए इतिहास रच रहा है। भारत का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। जी-20 सम्मेलन में भारत ने दुनिया का नेतृत्व पीएम मोदी के नेतृत्व में किया। आज दुनिया का नजरिया भारत के प्रति बदल गया है। भाजपा की सरकार ने 4 करोड़ आवास, आठ करोड़ को उज्ज्वला गैस, 12 करोड़ को शौचालय, इस तरह से 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा, 80 करोड़ को कोरोना काल में मुफ्त राशन, 220 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई। यह सब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के करण संभव हो सका।
प्रयागराज की महिमा बताते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह प्रयागराज की सात्विक धरती सबका हिसाब कर देती है। प्रयागराज कभी किसी को निराश नहीं होने देता। वर्ष 2025 के भव्य कुम्भ के लिए भाजपा का मेयर और सभासद बोर्ड आना अति आवश्यक है इसलिए भाजपा के उम्मीदवार को वोट देकर जीत दिलाएं।
प्रदेश की बात कर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में शोहदों का आतंक नहीं रहता, प्रदेश अब सेफ सिटी के नाम से जाना जाता है। युवाओं की तरफ इशारा करते हुये उन्होंने कहा, युवा के हाथ में अब तमंचे नहीं हैं क्योंकि वह तमंचे की कीमत और उसके दुष्परिणाम जानते हैं। प्रदेश में 35 लाख करोड़ के निवेश वाली एनवेस्टर्स समित कर युवाओं के लिए रोजगार सृजन किया जा रहा है।