कोलकाता : वर्ष 2007 में पश्चिम बंगाल में माकपा शासन के बहुचर्चित रिजवानुर हत्याकांड की यादें ताजा करते हुए मंगलवार को ईद की सुबह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को साथ लेकर रिजवानुर रहमान के घर जा पहुंचीं। पार्क सर्कस स्थित उनके घर जाकर मुख्यमंत्री ने रिजवानुर के बड़े भाई विधायक रुकबानुर रहमान और उनकी माँ से बात की। करीब 25 मिनट तक मुख्यमंत्री वहां रहीं और सबको ईद की शुभकामनाएं देने के साथ उनका सुख-दुख जाना। तीन सालों के लंबे अंतराल के बाद ममता बनर्जी रिजवानुर के घर गई थीं। बनर्जी के आने की सूचना मिलने के बाद आसपास के लोग वहां एकत्रित हो गए थे। सभी को ममता ने ईद की शुभकामनाएं दी और बताया कि राज्य सरकार ने आलिया विश्वविद्यालय से लेकर हज हाउस और विशेष चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत अलग से मुस्लिमों के लिए की है।
दूसरी ओर हावड़ा जिले के आमता में फरवरी महीने की 18 तारीख को कथित तौर पर पुलिस कर्मियों द्वारा छत से फेंक कर मौत के घाट उतार दिए गए आलिया यूनिवर्सिटी के छात्र नेता अनीस खान के घर माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम पहुंचे। उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी की पुलिस ने अनीस को मौत के घाट उतार दिया और हत्यारों को बचाने के लिए ममता सरकार ने मौत को आत्महत्या साबित करने में पूरी ताकत लगा दी है। मोहम्मद सलीम ने कहा कि वह दिनभर अनीस के परिवार के साथ रहेंगे ताकि उनके बेटे की थोड़ी बहुत कमी माँ-बाप के साथ रहकर पूरी कर सकें।