कोलकाता : महंगाई भत्ता (डीए) की मांग पर पिछले 45 दिनों से चल रही सरकारी कर्मचारियों की भूख हड़ताल शनिवार को खत्म हो गई है। अनशन के दौरान कई कर्मचारियों के बीमार पड़ने और संक्रमण के तेज होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। हालांकि आंदोलनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि महंगाई भत्ते की मांग पर उनका आंदोलन जारी रहेगा।
संयुक्त संग्रामी मंच की ओर से बताया गया है कि भूख हड़ताल के दौरान अब तक कई लोग बीमार पड़ चुके थे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सरकारी कर्मचारियों में से एक भास्कर घोष ने कहा कि सिर्फ आंदोलन की दिशा बदली जा रही है जरूरत पड़ेगी तो फिर से भूख हड़ताल होगी। 29 मार्च को सामूहिक भूख हड़ताल तो होनी ही है। इतने लंबे समय से हमलोग बिना कुछ खाए आंदोलन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता केंद्र के मुकाबले 32 फ़ीसदी कम है। इसी की मांग पर सरकारी कर्मचारी लगातार आंदोलन कर रहे थे। हालांकि राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल डीए नहीं बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा कार्य विराम वाले दिन जिन कर्मचारियों ने काम नहीं किया था उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया है और धरने पर बैठे कर्मचारियों को भी सरकार की ओर से लगातार नोटिस भेजा गया है। माना जा रहा है कि इसी की वजह से भूख हड़ताल खत्म करनी पड़ी है।