कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिला अंतर्गत झालदा में कांग्रेस पार्षद की हत्या और तृणमूल कांग्रेस के बोर्ड गठन के खिलाफ बुधवार को पार्टी की ओर से आहूत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है। कांग्रेस द्वारा बंद का आह्वान करते ही मंगलवार शाम से पूरे क्षेत्र में इसे सफल बनाने की तैयारियां शुरू हो गई थीं।
उसी के मुताबिक बुधवार सुबह के समय में मारे गए कांग्रेस पार्षद तपन काँदु की पत्नी पूर्णिमा काँदु कांग्रेस की सैकड़ों महिला समर्थकों को साथ लेकर धरने पर बैठ गईं। इसकी वजह से पूरे झालदा इलाके में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और गाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई।
बाजार दुकान भी अधिकतर जगहों पर बंद नजर आए। हड़ताल को सफल बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बहुत अधिक मशक्कत भी नहीं करनी पड़ी क्योंकि अधिकतर दुकानदारों ने खुद ही दुकान बंद की है। बुधवार की दोपहर खबर लिखे जाने तक अधिकतर क्षेत्रों में गाड़ियों की आवाजाही बंद है और लोगों का आना-जाना भी सड़कों पर कम ही है। कुल मिलाकर झालदा में कांग्रेस द्वारा आहूत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है।
उल्लेखनीय है कि झालदा नगर पालिका में तृणमूल और कांग्रेस ने बराबर सीटें जीती थीं जिसकी वजह से त्रिशंकु स्थिति बन गई थी। बाद में कांग्रेस पार्षद तपन काँदु की गोली मारकर हत्या कर दी गई और एक निर्दलीय पार्षद ने तृणमूल का दामन थाम लिया था जिसके बाद मंगलवार को नगर पालिका में तृणमूल ने बोर्ड गठित कर लिया है। इसे असंवैधानिक करार देते हुए कांग्रेस विरोध कर रही है।