कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हुई हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस की आलोचना के बीच पार्टी के नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी ने कभी गलत कामों में शामिल किसी नेता का समर्थन नहीं किया।
संदेशखाली के निकट बशीरहाट में रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने शाहजहां शेख और शारदा समूह के चेयरमैन सुदीप्तो की पुलिस गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि तृणमूल ने कदाचार में शामिल किसी नेता को कभी नहीं बचाया है।
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि हम किसी भी गलत काम को कतई बर्दाश्त नहीं करते। चाहे शाहजहां शेख हों या शारदा समूह के चेयरमैन सुदीप्तो सेन। इन सभी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया, न कि किसी केंद्रीय एजेंसी ने। हमने अपने नेताओं पार्थ चटर्जी और ज्योतिप्रिय मल्लिक के खिलाफ कार्रवाई की जबकि विपक्ष ने घटना पर राजनीतिक की।
बशीरहाट में अभिषेक बनर्जी ने संदेशखाली का किया जिक्र, सीबीआई पर उठाए सवाल
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को बशीरहाट में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने संदेशखाली हिंसा का जिक्र करते हुए सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि संदेशखाली के तृणमूल नेता शेख शाहजहां को राज्य पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह अब सीबीआई की हिरासत में हैं। लेकिन संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार करने के आरोपित उत्तम सरदार और शिबू हाजरा को सीबीआई हिरासत में क्यों नहीं लेना चाहती है ?
अभिषेक बुधवार को बशीरहाट लोकसभा प्रत्याशी हाजी नुरुल इस्लाम के समर्थन में सभा करने गए थे। संदेशखाली बशीरहाट लोकसभा के अंतर्गत आता है। अभिषेक ने कहा कि संदेशखाली को लेकर काफी राजनीति हुई है लेकिन आज कोई दूसरी पार्टी संदेशखाली नहीं जा रही है। क्यों? कारण यह है कि शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ममता बनर्जी की पुलिस ने गिरफ्तार किया। उदाहरण के लिए, ममता बनर्जी की पुलिस ने सुदीप्त सेन को गिरफ्तार किया। इसके बाद अभिषेक ने कहा कि संदेशखाली में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर महिला उत्पीड़न के आरोप लगे थे। सीबीआई ने उन्हें अभी तक हिरासत में क्यों नहीं लिया ?
उत्तम और शिबू दोनों स्थानीय स्तर पर तृणमूल नेता थे। इसके अलावा, दोनों को स्थानीय रूप से ”शाहजहां के लोग” के रूप में जाना जाता था। दोनों को राज्य पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभिषेक का सवाल कि सीबीआई इन दोनों को 15 दिन बाद हिरासत में क्यों नहीं लेना चाहती है ? आज मैं कह रहा हूं कि वे चार दिनों के बाद हिरासत की मांग कर सकते थे।
संदेशखाली का मुद्दा उठाते हुए अभिषेक ने फिर कहा कि तृणमूल किसी को रियायत नहीं देती। पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिय मल्लिक, शाहजहां- कोई नहीं। अगर कोई लोगों के साथ दुर्व्यवहार करता है तो तृणमूल इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
इसके बाद अभिषेक ने कुलदीप सेंगर, बृजभूषण शरण सिंह, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा इनके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लेती ?