यूपी की 55 सीटों पर 2 करोड़ मतदाता कर रहे हैं 586 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला

लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव के दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। यहां कुल 586 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला दो करोड़, दो लाख से अधिक मतदाता करेंगे। सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली व शाहजहांपुर में मतदान हो रहा है। प्रमुख मुकाबला भाजपा, सपा-रालोद गठबंधन, बसपा और कांग्रेस के बीच है।

इस चरण के हो रहे चुनाव में पिछले विधानसभा में भाजपा के 38, सपा के 15 और कांग्रेस के दो प्रत्याशी विजयी हुए थे। इस चरण में भाजपा सरकार में शामिल पांच मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री आजम खान भाग्य आजमा रहे हैं। शाहजहांपुर सीट से वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, बिलासपुर से जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, बदायूं से नगर विकास राज्य मंत्री महेश चन्द्र गुप्ता, चंदौसी से माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी चुनाव मैदान में हैं। सुरेश खन्ना नौवीं बार विधानसभा पहुंचने के लिए भाग्य आजमा रहे हैं। आयुष राज्यमंत्री रहे डा. धर्म सिंह सैनी नकुड़ सीट से सपा के टिकट पर मैदान में हैं। सपा नेता व पूर्व मंत्री मो. आजम खां रामपुर व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम स्वार सीट से चुनाव मैदान में हैं। आजम जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं।

इस चरण में 55 सीटों को फतह करने के लिए प्रचार के मामले में भाजपा अव्वल रही है, वहीं सबसे फिसड्डी बहुजन समाज पार्टी रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 55 सीटों के लिए 37 सभाएं कीं। उनके दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा भी कमोबेश हर सीट पर मतदाताओं का दरवाजा खटखटाने पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह ने भी हर कमिश्नरी पर सभाओं और रोड शो के जरिए वोटरों के दर पर दस्तक दी।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तक इन 55 सीटों के लिए पूरी शिद्दत से प्रचार में जुटे रहे। दूसरी तरफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल जनसभाओं के जरिए वोटरों और पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और चुनाव प्रभारी समेत संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने भी ताबड़तोड़ दौरे करके कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश की।

विपक्षी दल भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकते। प्रचार के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दूसरे नंबर पर रहीं। यहां की 55 सीटों पर कुल 15 जनसभाएं और रोड शो किए।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को मुरादाबाद जिले से दो सीटें जीतने की आस जगी है। इसलिए वह डेढ़ महीने में 2 बार मुरादाबाद आईं। मुरादाबाद देहात सीट से सपा के सिटिंग एमएलए हाजी इकराम कुरैशी कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव मैदान में हैं, जबकि शहर सीट से इकराम के भतीजे हाजी रिजवान कुरैशी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 10 जनसभाएं ही कीं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती इन 55 सीटों के लिए महज तीन जनसभाएं ही कर सकीं। हालांकि उन्होंने अमरोहा में अपनी जनसभा में मंच से इसकी वजह भी अपने समर्थकों को बताई। मायावती ने कहा था कि सीमित संसाधनों की वजह से वह भाजपा की तरह तूफानी प्रचार नहीं कर पा रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

46 − = 37