9वीं अंतरराष्ट्रीय खनन, खनिज और धातु प्रदर्शनी (आईएमई 2022) 4-7 अप्रैल तक

कोलकाता : 9वीं अंतरराष्ट्रीय खनन, खनिज और धातु प्रदर्शनी (आईएमई) का आयोजन ईको पार्क, कोलकाता में 4-7 अप्रैल, 2022 के दौरान होगा। आईएमई 2022, कोरोना महामारी के बाद के समय की सबसे बड़ी प्रदर्शनी सह सम्मेलन है। “आईएमई” भारत में खनन, उपकरण, खनिज, धातु और संबद्ध उद्योगों की एक प्रतिष्ठित संस्थागत द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी है।
इस अवसर पर भारत और विदेशों के इस क्षेत्र के विशेषज्ञ खनन और संबद्ध क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इस कार्यक्रम में जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया की बड़ी भागीदारी सहित कई देशों के व्यापार प्रतिनिधिमंडल के भी शामिल होने की उम्मीद है। खनन उद्योग परिदृश्य की उज्ज्वल बातों में एक यह तथ्य है कि कोयले और लौह अयस्क जैसे खनिज की स्थिर, दीर्घकालिक आपूर्ति सुरक्षित करने के लिए भारतीय कंपनियों की बढ़ती संख्या विदेशों में प्रयास कर रही है।
“माइनिंग, जियोलॉजिकल एंड मेटलर्जिकल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया” (एमजीएमआई) के संरक्षण में आयोजित प्रदर्शनी में 300 से अधिक लोग भाग लेंगे। 25 से अधिक देशों के 400 से ज्यादा डेलीगेट होंगे। उम्मीद की जाती है कि दुनिया भर से 10,000 लोग इसमें आकर्षित होंगे। इस अवसर पर भारत और विदेशों के इस क्षेत्र के विशेषज्ञ खनन और संबद्ध क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
आईएमई 2022 में खनन, खनिज, मशीनरी और धातुकर्म के नवीनतम तकनीकों और उनके नवीन अनुप्रयोगों, अनुसंधान और विकास, रसद, सुरक्षा और खनन तथा संबद्ध उद्योग के स्वास्थ्य पहलुओं के अभूतपूर्व प्रदर्शन पर केंद्रित रहेगा।
यह आयोजन भारत सरकार के कई संबंधित मंत्रालयों द्वारा समर्थित है और इसमें खनिज समृद्ध राज्यों, सार्वजनिक उपक्रमों, बड़े कॉरपोरेट्स, लघु और मध्यम उद्यमों आदि ने भाग लिया है। यह आयोजन उद्यमियों, निर्णय लेने वालों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, निवेशकों, उद्योग के अग्रणी लोगों, उपकरण आपूर्तिकर्ताओं, खनिकों, इंजीनियरों और प्रतिनिधियों को इकट्ठा करने, मंथन करने, प्रदर्शन करने और सार्थक साझेदारी बनाने के लिए एक अद्वितीय मंच के रूप में काम करता है। ।
“आईएमई” वर्षों से, नई पहल, मशीनरी, उत्पादों, प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन तथा लांच के लिए एक आदर्श मंच प्रदान कर रहा है और संयुक्त उद्यम स्थापित कर रहा है, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संपर्कों को विकसित और नवीनीकृत कर रहा है।
खनन उद्योग परिदृश्य में एक उज्ज्वल स्थान यह तथ्य है कि कोयले और लौह अयस्क जैसे खनिजों की स्थिर, दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कंपनियों की बढ़ती संख्या विदेशों में प्रयास कर रही है।
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