कोलकाता : जूट मिलों की समस्या और मज़दूरों के हितों को लेकर बैरकपुर के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह आंदोलन के मूड में हैं। वजह यही है कि जूट मिलों, मज़दूरों और जूट कृषकों की समस्याओं को लेकर केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय से कई बार गुहार लगाने के बावजूद मंत्रालय इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। सांसद ने धमकी दी है कि कच्चे जूट की अधिकतम मूल्य सीलिंग की व्यवस्था में बदलाव नहीं किया गया तो वे जूट विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर कर जुलूस निकालेंगे और आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने यहाँ तक कहा कि यदि उनकी पार्टी उनके खिलाफ भी हुई तो वे इसकी परवाह नहीं करेंगे।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब जनता के साथ खड़े होने की स्थिति न रहे तो फिर राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। सिंह ने कहा कि शुरुआत से ही जूट मिल ट्रेड यूनियन से जुड़े हैं, आज वे जो कुछ भी हैं, इसी जनता की वजह से हैं। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में वे जूट मिल में काम कर चुके हैं, ऐसे में मज़दूरों को अलग थलग नहीं कर सकते हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अर्जुन सिंह ने लोकसभा में जूट मिलों और जूट कृषकों को लेकर मुद्दा उछाला था, यहाँ तक कि ट्वीट कर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी और अब आंदोलन की तैयारी भी शुरू करने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि जूट आयुक्त ने कच्चे जूट की कीमत को 7,200 रुपये प्रति क्विंटल करने के भारतीय जूट मिल संघ (इज्मा) के सुझाव को नकार दिया है। इसके साथ ही जूट आयुक्त ने जूट से बने बोरों के लिए एक कीमत दायरा करने को कह चुके हैं। पिछले साल इज्मा ने जूट आयुक्त को जूट की अधिकतम कीमत की सीलिंग 6,500 रुपये से बढ़ाकर 7,200 रुपये प्रति क्विंटल करने का सुझाव दिया था।