कोलकाता : पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के सचिव के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति में हुई धांधली के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के बुलावे पर पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी पहुंच गए हैं। उन्हें आज यानी कि बुधवार सुबह 11:00 बजे बुलाया गया था। तय समय से पहले ही वह केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर में हाजिर हुए। सूत्रों ने बताया है कि सीबीआई के अधिकारी उनसे पूछताछ शुरू कर चुके हैं।
वर्ष 2016 से 2018 के बीच शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। केवल ग्रुप सी और ग्रुप डी में 1002 ऐसे लोगों की नियुक्ति हुई है जिनमें से कुछ लोगों ने परीक्षा भी नहीं दी थी और कुछ बिना पास हुए मेरिट लिस्ट में आ गए थे। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने नियुक्ति के लिए जो सलाहकार समिति गठित की थी वह अपने आप में गैरकानूनी थी। समिति के सदस्यों ने पूछताछ में बताया है कि नियुक्ति की सारी जानकारी शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी जाती थी। इसी सिलसिले में पार्थ चटर्जी से एक बार फिर पूछताछ होनी है। इसके पहले लगातार दो दिनों तक सीबीआई के अधिकारियों ने उनसे मैराथन पूछताछ की थी।