कोलकाता : अग्निपथ परियोजना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। देश के अलग-अलग हिस्सों में युवा इसका विरोध कर रहे हैं। यहां तक कि ट्रेनों, बसों को आग के हवाले कर दिया जा रहा है। इस बीच, कई संगठनों ने इस परियोजना के विरोध में सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया था। इससे उत्तर 24 परगना के टीटागढ़ में सुबह तनाव देखा गया।
सुबह करीब 500 युवकों ने टीटागढ़ बाजार से रैली निकाली। वहां से उन्होंने ज्ञापन सौंपने के लिए बैरकपुर एसडीओ कार्यालय जाने की योजना बनाई लेकिन रैली को पुलिस ने बैरकपुर के चिड़ियामोड़ पर रोक दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों के कुछ प्रतिनिधियों को बैरकपुर प्रशासनिक भवन में एसडीओ को ज्ञापन सौंपने के लिए कहा गया था। उनमें से दो लोगों ने जाकर ज्ञापन सौंपा। इस संदर्भ में, प्रदर्शनकारियों में से एक युवक ने कहा कि किसी भी कीमत पर हम अग्निपथ परियोजना को स्वीकार करेंगे। पुराने नियमों के अनुसार सेना में भर्ती करनी होगी।
सप्ताह के पहले दिन कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया। प्रशासन की तत्परता से किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति नहीं बनी। पुलिस को पहले ही सतर्क कर दिया गया था। सरकार ने रविवार को ही पहले पुलिस को राज्य में प्रत्येक संभागीय आयुक्त, सभी थानों के आईसी और जिला पुलिस अधीक्षकों को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि राज्य बंद का समर्थन नहीं करती है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी उपाय किए जाने चाहिए। प्रत्येक सरकारी कार्यालय में पर्याप्त सुरक्षा उपाय किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार के कार्यालयों के मामले में सुरक्षा पर समान जोर दिया जाना चाहिए। किसी भी स्थिति में यातायात की समस्या न हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए।
मिली जानकारी के अनुसार हावड़ा के अलग-अलग हिस्सों में सुबह से ही पुलिस तैनात कर दी गई थी। पुलिस आयुक्त ने विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों का दौरा भी किया। इसके अलावा, कोलकाता में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लालबाजार ने सख्त कदम उठाए थे। शीर्ष अधिकारियों के नेतृत्व में भारी पुलिस बल शहर के कई इलाकों में उतरा था।