कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के घर से 50 करोड़ से अधिक की नगदी, 3.5 करोड़ से अधिक का सोना और विदेशी मुद्रा समेत मोबाइल आदि की बरामदगी मामले में दोनों से लगातार पूछताछ हो रही है।
ईडी के एक सूत्र ने बताया है कि सोमवार को सुबह से ही दोनों को अलग-अलग कमरे में बैठा कर पूछताछ शुरू की गई है। सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय में दो अलग-अलग कमरों में दोनों को रखा गया है और चौबीसों घंटे इन पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी गई है। सोमवार की सुबह से ही दोनों से अलग-अलग पूछताछ शुरू की गई है लेकिन पार्थ चटर्जी जांच में किसी भी तरह से सहयोग नहीं कर रहे हैं। खास बात यह है कि गत पांच दिनों के अंतराल पर दो बार चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल ले जाते समय उन्होंने मीडिया के कैमरों के सामने तो दावा किया है कि उनके घरों से बरामद हुए रुपये से उनका कोई संबंध नहीं है, वह मेरा नहीं है। मैंने कभी रुपये नहीं लिए हैं। समय आने पर पता चल जाएगा कि किसके रुपये हैं। हालांकि मीडिया के कैमरों के सामने इतनी बड़ी-बड़ी बातें और चौंकाने वाले उक्त दावे करने के बावजूद वह ईडी अधिकारियों को कुछ भी नहीं बता रहे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि जो अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं उन्होंने पार्थ से पूछा है कि आपने अस्पताल में पेशी के दौरान मीडिया के कैमरों के सामने जो बातें कही थी कि पैसे आपके नहीं है, तो बताइए कि किसके हैं। लेकिन पार्थ ने जुबान बंद रखी है और अधिकारियों को कुछ भी नहीं बता रहे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि ईडी के अधिकारी उन्हें कोर्ट में दोबारा पेश करने के दौरान उनके खिलाफ जांच में असहयोग की शिकायत करने वाले हैं और एक बार फिर उन्हें अपनी हिरासत में लेने की अर्जी लगाएंगे।