कोलकाता : शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ़्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी कम से कम 200 छोटी-बड़ी पूजा समितियों के अध्यक्ष या सचिव रहे हैं। इस स्थिति में पार्थ की अध्यक्षता वाली कलकत्ता की सभी पूजा समितियों द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पार्थ चटर्जी को उन सभी पूजा समितियों के प्रमुख से हटा दिया गया है। सबसे ज्यादा बेहाला, ठाकुरपुकुर और नाकतला इलाके में ऐसे निर्णय लिए गए हैं।
बेहाला, ठाकुरपुकुर और नाकतला क्षेत्रों में लगभग 75 प्रतिशत पूजा समितियां पार्थ को हटा चुकी हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक, वे बेहाला इलाके में तीन पूजा, ठाकुरपुकुर इलाके में एक पूजा और नाकतला इलाके में दो पूजा समितियों पर नजर रख रहे हैं। क्योंकि उन्हें पता चला कि उन छह पूजा में पार्थ चटर्जी के माध्यम से बड़ी मात्रा में धन आया लेकिन उसे पूजा में खर्च नहीं किया गया। इसका एक हिस्सा उन छह पूजा समितियों के कुछ अधिकारियों के जेब में चला गया और बाकी पैसा गायब हो गया। ईडी के अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह पैसा कहां गया और किसके पास गया? सूत्रों का दावा है कि इन छह क्लबों की पूजा के जरिए करीब 12 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।