कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष एक बार फिर से राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। शनिवार की शाम दिल्ली जाने के लिए कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे दिलीप घोष ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘पश्चिम बंगाल में संविधान तो बहुत दूर की बात है, आम लोग भी सुरक्षित नहीं हैं। यहां संविधान की बात करने वाले ही सबसे ज्यादा संविधान का अपमान करते हैं। बहुत से लोग राजनीतिक लाभ के लिए संविधान की मर्यादाओं को लांघ रहे हैं। हमें संविधान के माध्यम से लोकतंत्र मिला है। लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए संविधान का सम्मान, उसकी गरिमा की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है।’
वहीं दिलीप घोष ने पुलिस के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा समाज पुलिस से नाराज़ है। कई नेता पुलिस के नाम पर बहुत कुछ कह रहे हैं जिसका मतलब है कि पुलिस विभाग में गड़बड़ी है। पुलिस विभाग से पुलिस को शिकायतें आ रही हैं। विभाग के प्रभारी को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए। पुलिस का इतना नीचे गिरना सही नहीं है। कांग्रेस नेत्री सुब्रता दत्ता के पुलिस पर बम और गोलियों छलनी करने के बयान पर दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस अपनी ड्यूटी नहीं कर रही है। पुलिस तृणमूल कैडर की भूमिका निभा रही है इसलिए इस तरह की बातें की जा रही हैं। पुलिस को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।