दोहा (कतर) : फीफा विश्वकप-2022 का असली रोमांच आज (रविवार) को कतर के लुसैल स्टेडियम में देखने को मिलेगा। आज अर्जेंटीना और फ्रांस खिताबी मुकाबले के लिए आमने-सामने होंगे और जिसमें होगा दम, उसके हाथों में होगी 144 करोड़ रुपये की ट्रॉफी।
दिलचस्प यह है कि अर्जेंटीना की टीम की नजर 36 साल बाद ट्रॉफी जीतने पर होगी। अर्जेंटीना इससे पहले दो बाद खिताब अपने नाम कर चुका है। पहली बार अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप 1978 में जीता था उसके बाद 1986 में भी खिताब पर कब्जा किया था। अगर अर्जेंटीना ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहता है, तो सर्वकालिक सूची में चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा। इसके अलावा माराडोना के मेक्सिको में 1986 प्रदर्शन के बाद टीम का 36 साल का इंतजार खत्म हो जाएगा।
मेस्सी ने जिस तरह से अर्जेंटीना को फाइनल में पहुंचाया, उससे उनकी तुलना माराडोना से की जा रही है। मेस्सी ने इस बार अब तक पांच गोल दागे हैं। मेस्सी की नजर 6 बड़े रिकॉर्ड्स पर होगी। मेस्सी ने अब तक फीफा वर्ल्ड कप में 16 मुकाबले जीते हैं और वर्ल्ड रिकॉर्डधारी जर्मन खिलाड़ी मिरोस्लाव क्लोस की 17 जीत से केवल एक पीछे हैं। इसके अलावा फ्रांस के खिलाफ फाइनल मुकाबले में मैदान पर उतरते ही मेस्सी सबसे अधिक वर्ल्ड कप खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे और जर्मन खिलाड़ी लोथर मैथॉस के 25 मैच के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगे। अगर इस वर्ल्ड कप में भी मेस्सी को गोल्डन बॉल का अवॉर्ड दिया जाता है, तो वह दो बार यह खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन जाएंगे। मेस्सी ने पहली बार वर्ष 2014 में गोल्ड बॉल का खिताब जीता था। इसके अलावा मेस्सी के पास गोल्डन बूट जीतने का भी बड़ा मौका है।
अर्जेंटीना की खिताबी जीत के आगे चैम्पियन फ्रांस की टीम और उसका स्टार फुटबॉलर किलियान एमबापे खड़ा है। एमबापे फुटबॉल के महान खिलाड़ियों के तौर पर मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर बढ़त बनाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। एमबापे 80,000 दर्शकों की क्षमता वाले लुसैल स्टेडियम में होने वाले मैच में इतिहास रचने की ओर बढ़ रहे हैं। फ्रांस का यह 23 साल का फॉरवर्ड अपने पहले ही दो विश्व कप में चैम्पियन बनकर पेले का अनुकरण करना चाहता है और तीसरे खिताब की संभावना भी बनाना चाहता है और यह उपलब्धि केवल ब्राजील के इस महान खिलाड़ी के नाम ही है जिन्हें वर्ष 2022 टूर्नामेंट के दौरान अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एमबापे जब 19 वर्ष के थे तो उन्होंने फ्रांस को 2018 में दूसरा विश्व कप खिताब दिलाया था। 1958 में 17 वर्षीय पेले के बाद फाइनल में गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे।
फीफा वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दुनिया की सबसे महंगी स्पोर्ट्स ट्रॉफी है। इसकी कुल कीमत लगभग 144 करोड़ रुपये है। इसकी खासियत ये है कि ये 18 कैरेट सोने से बनी है और इसका वजन लगभग 6 किलोग्राम (13 पाउंड) है। इसकी ऊंचाई 37 सेंटीमीटर (14 इंच) से कम है इसमें ग्लोब को ऊपर उठाए हुए दो मानव आकृतियों को दर्शाया गया है। निर्माण के समय इसकी कीमत 50 हजार डालर थी। अब इसकी कीमत 144 करोड़ रुपये आंकी गई है।
तीन बार टूर्नामेंट जीतने के बाद ब्राजील को पिछली ट्रॉफी रखने की अनुमति मिलने के बाद, मिलान में एक कलाकार सिल्वियो गजानिगा ने इस प्रसिद्ध ट्राफी को 1971 में बनाया था। इसे फीफा के तीसरे अध्यक्ष के सम्मान में जूल्स रिमेट ट्रॉफी का नाम दिया गया है। उन्होंने पहले विश्व कप का नेतृत्व किया था।