कोलकाता : रविवार को नंदो मल्लिक लेन स्थित ओसवाल भवन में राम शरद कोठारी स्मृति संघ के बैनर तले 14वें स्वेच्छा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। अयोध्या में राम मन्दिर आन्दोलन के लिए शहीद के रूप में मशहूर कोठारी बन्धुओं की याद में आयोजित इस शिविर को सम्बोधित करते हुए पोस्ता श्री श्याम ज्योति मंडल के सचिव बृजमोहन शर्मा ने कहा कि रक्तदान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी गलत धारणाएं मौजूद हैं। ज्यादातर लोग ऐसा सोचते हैं कि रक्तदान करने से कमजोरी आ जाती है और फिर कई बीमारियां लग सकती हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है।
बादामी देवी शिशु कल्याण केंद्र के कोषाध्यक्ष जीवन झंवर ने कहा कि रक्तदान हम सभी की सामुदायिक जिम्मेदारी है और इसे सभी को समय-समय पर ईमानदारी पूर्वक निभाना चाहिए।
डॉ. किशन गोयल ने अपने चिकित्सीय अनुभव के आधार पर कहा कि अस्पताल में जाने वाले हर सात लोगों में लगभग एक व्यक्ति को रक्त की जरूरत होती है, कई दफा रक्त की कमी से लोगों की जान तक चली जाती है। ऐसे में हम रक्तदान कर एक रोगी को जीवनदान दे सकते हैं। पूर्व क्षेत्र संघचालक अजय नंदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ही नहीं, अपितु अमेरिका जैसे विकसित देश में भी रक्तदान की एक बड़ी समस्या है। हमारे यहां केवल 37 फीसद लोग ही रक्तदान करने योग्य है, जिसमें से भी 10 फीसद से कम लोग हर साल रक्तदान करते हैं। रक्त प्रकृति द्वारा दिया गया सबसे मूल्यवान उपहार है, हम इसके माध्यम से लोगों की कई तरह से मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि काफी कम लोगों को यह ज्ञात है कि रक्तदान करने से हमारे शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता, बल्कि यह कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
संस्था के सक्रिय सदस्य चंद्रशेखर बसोतिया ने बताया कि रक्तदान शिविर को सफल बनाने में पूर्णिमा कोठारी, राजेश अग्रवाल (लाला), प्रभात जैन, प्रदीप अग्रवाल, रजत चतुर्वेदी, पवन गुप्ता, रोहित शर्मा, अभिषेक बजाज, अनिता बुबना, पूनम गौंद, रेणुका शर्मा, राजलक्ष्मी राठी, पंकज चौधरी, अशोक जयसवाल, विशाल बागला, हरीश मित्तल व अन्य सभी सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई।