पटना जंक्शन से लापता मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर से 25 लाख की मांगी फिरौती

-परिवार ने अपहरण की जतायी आशंका

– रेल एसपी ने कहा : रुपये के लेन-देन का हो सकता मामला

पटना : एक नामी मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन पटना जंक्शन से रहस्यमय तरीके से लापता हो गए हैं। पिछले 2 दिनों से उनका कुछ भी पता नहीं चल रहा है। परिवार का दावा है कि सौरभ सुमन का अपहरण कर लिया गया है। उनके मोबाइल से ही व्हाट्सऐप मैसेज कर दो दिनों में 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है।

रुपये भी किसी और के नहीं, बल्कि सौरभ सुमन के ही बैंक अकाउंट में भेजने को कहा गया है। परिवार को कहा गया है कि आपने ऐसा नहीं किया तो बेटे से हमेशा के लिए हाथ धो बैठेंगे। इस मामले में सोमवार को पटना जंक्शन रेल थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। अब राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) की टीम जांच में जुट गई है।

सौरभ सुमन मूल रूप से बांका जिले में अमरपुर थाना के तहत महादेवपुर के रहने वाले हैं। वर्ष 2009 में उनकी शादी हुई है। एक बेटा और एक बेटी के वे पिता हैं। वर्तमान में परिवार के साथ वो भागलपुर के तातारपुर इलाके में रहते हैं क्योंकि सौरभ भागलपुर में ही नामी मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर हैं। परिवार के अनुसार वे 3 मार्च को भागलपुर से पटना के लिए चले थे और पटना पहुंचे भी। वे कंपनी की मीटिंग अटेंड करने के लिए आए थे। वे रात में एग्जीविशन रोड के एक होटल में रुके थे। 4 मार्च को मीटिंग खत्म करने के बाद रात में ही ट्रेन से उन्हें वापस भागलपुर जाना था। इसके लिए वे पटना जंक्शन पहुंचे थे। रात में करीब 9:30 बजे उन्होंने स्टेशन से ही अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था। उनसे बात की थी। अगली सुबह 5 मार्च को घर पहुंचने की बात सौरभ ने कही थी लेकिन वे अब तक नहीं पहुंचे। पत्नी से बात करने के बाद से ही उनका मोबाइल स्विच ऑफ है।

सौरभ सुमन के छोटे भाई सुमितानंद सीआईएसएफ के जवान हैं और धनबाद में उनकी पोस्टिंग है। इनकी माँ सरिता देवी टीचर हैं और भागलपुर में ही इनकी पोस्टिंग है। जब 5 मार्च को सौरभ अपने घर नहीं पहुंचे तो पूरा परिवार परेशान हो गया। परिवार ने अपने स्तर से खोजबीन शुरू ही की थी। तभी 5 मार्च की रात में 10.44 बजे सौरभ के ही मोबाइल नंबर से उनकी माँ सरिता देवी को व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया। जिसमें लिखा था कि ‘अगर बेटा चाहिए तो 2 दिन में 25 लाख रुपये सौरभ सुमन के बैंक अकाउंट में ही भेज दो, नहीं तो बेटा से हाथ धो बैठोगी। 25 लाख भेजने के दो दिन बाद बेटा मिल जाएगा। अगर कोई चालाकी की तो बेटा नहीं मिलेगा। यह खबर किसी को नहीं बताना है।अगर कहीं यह खबर लीक हुई तो समझ जाना क्या होगा? शरीर का सारा अंग निकाल के बेच देंगे तो इससे ज्यादा पैसा मिल जाएगा। बेटा या पैसा। तुम्हारे हाथ में 2 दिन ही है। दो दिन के बाद कहानी खत्म’। इस मैसेज पर माँ ने व्हाट्सऐप जवाब दिया कि ‘हमको कैसे पता कि मेरा बेटा आपके पास है। हमको एक बार मेरे बेटे से बात करवाइए। पैसे का इंतजाम हम कर देंगे’।

सुमन की तलाश में परिवार भागलपुर से पटना पहुंचा। 6 मार्च को दिनभर पटना जंक्शन रेल थाना में केस दर्ज कराने के लिए परिवार ने चक्कर लगाए। लेकिन, उस वक्त रेल पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। केस दर्ज नहीं किया। तब सौरभ के रिश्तेदार रवि रंजन बीती शाम पुलिस मुख्यालय गए। वहां वो रेल आईजी राजेश त्रिपाठी से मिले। उन्हें सारी बातों की जानकारी दी। इसके बाद रेल आईजी ने पटना जंक्शन रेल थाना के थानेदार रंजीत कुमार को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।

इस मामले पर प्रभारी रेल एसपी पीके मंडल ने मंगलवार को बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामला रुपये के लेनदेन का होने की संभावना है। रेल पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।

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