रिसड़ा : रामनवमी और उसके बाद हुई हिंसा के जांच के सिलसिले में सोमवार रात तकरीबन दस बजे एनआईए की एक टीम रिसड़ा थाने पहुंची। एनआईए टीम के सदस्यों ने रामनवमी पर हुई हिंसा के बारे में पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर जानकारी इकट्ठा की और मामले से जुड़े दस्तावेज इकट्ठा किए।
दरअसल, गत दो अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान श्रीरमापुर-रिसड़ा में दंगे भड़क गए थे। तीन अप्रैल को भी हिंसा जारी रही थी। चार अप्रैल को राज्यपाल ने हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचकर लोगों से शांति की अपील की थी। इलाके में कई दिनों तक धारा 144 जारी रही थी और इंटरनेट सेवा बंद रही थी।
रामनवमी पर रिसड़ा-श्रीरामपुर में भड़के दंगों पर हाईकोर्ट ने घटना की एनआईए जांच के आदेश दिए थे। हाई कोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी उस आदेश को बरकरार रखा। इसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने सक्रियता के साथ जांच शुरू की है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी फिलहाल मामले से जुड़े दस्तावेजों को इकट्ठा करने में जुटी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एनआईए के चार सदस्यों की एक टीम सोमवार रात करीब 10 बजे रिसड़ा थाने पहुंची। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बात की। सूत्रों के मुताबिक, इस बात पर चर्चा हुई कि घटना के दिन क्या हुआ था और उसके मद्देनजर क्या कार्रवाई की गई थी। रिसड़ा थाने से दस्तावेज जुटाने के बाद एनआईए की टीम श्रीरामपुर थाने गई और वहां से भी मामले से जुड़े दस्तावेज जुटाए।