कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्र की छत से गिरकर मौत मामले में चल रही जांच के बीच विश्वविद्यालय की अंतरिम जांच समिति के प्रमुख और विज्ञान के डीन सुबिनय चक्रवर्ती ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए रविवार दोपहर अपना इस्तीफा ईमेल से उपकुलपति को भेजा है।
छात्र मौत मामले की जांच के लिए के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एक अंतरिम जांच समिति का गठन किया था। डीन ऑफ साइंस सुबिनय चक्रवर्ती उस समिति के प्रमुख बनाए गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 35 पन्नों की जांच रिपोर्ट में यह समझाने की कोशिश की गई कि उक्त छात्र ने आत्महत्या की है। इस रिपोर्ट से विश्वविद्यालय के अंदर असंतोष पैदा हो गया। उल्लेखनीय है कि सुबिनय चक्रवर्ती वामपंथी अध्यापक संगठन जूटा के भी सक्रिय सदस्य हैं।
दूसरी तरफ इस्तीफे के पीछे विश्वविद्यालय के कुलपति की नई नियुक्ति को भी वजह माना जा रहा है। इस पद की दौड़ में डीन ऑफ साइंस का नाम भी शामिल था लेकिन नये कुलपति के रूप में गणित के प्रोफेसर बुद्धदेव साहू को नियुक्त किया गया। इस नियुक्ति के कुछ ही घंटों के भीतर विज्ञान के डीन ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि, अपने त्याग पत्र में उन्होंने दावा किया है कि वह व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ रहे हैं।
जादवपुर विश्वविद्यालय के अस्थायी कुलपति बने प्रोफेसर बुद्धदेव साव
जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्र के मौत के बाद जारी गहमा गहमी के बीच प्रोफेसर डा बुद्धदेव साव को विश्वविद्यालय का अस्थायी कुलपति बनाया गया है।
शनिवार रात राज्यपाल और जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सी. वी. आनंद बोस ने प्रोफेसर बुद्धदेव साव को विश्वविद्यालय का अस्थायी कुलपति नियुक्त किया। वह जादवपुर विश्वविद्यालय के गणित विभाग में प्रोफेसर हैं। वे यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र और प्रोफेसर पूर्व मेदिनीपुर के तमलुक के रहने वाले हैं।
दरअसल इसी सप्ताह राज्यपाल से उनको कुलपति नियुक्त किए जाने पर चर्चा हुई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि राज्यपाल अगले हफ्ते उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपने वाले हैं। इसी बीच राजभवन की ओर से शनिवार रात को घोषणा की गयी कि रविवार कल से अस्थायी कुलपति का कार्यभार संभालेंगे।
उल्लेखनीय है कि सुरंजन दास ने 31 मई को जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर चार अगस्त को इंजीनियरिंग विभाग प्रोफेसर और अस्थायी कुलपति प्रोफेसर अमिताभ दत्ता ने भी इस्तीफा दे दिया। पांच दिन बाद प्रथम वर्ष के छात्र की मुख्य छात्रावास में अप्रत्याशित मृत्यु हो गई। इसके 10 दिन बाद राज्यपाल ने प्रोफेसर बुद्धदेव साव को अस्थायी कुलपति नियुक्त कर दिया।