जकार्ता : इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने इस्लाम छोड़ कर हिंदू धर्म को अपना लिया है। हालांकि धर्म परिवर्तन की घोषणा उन्होंने पहले ही कर दी थी।
सुकर्णो सुकमावती सुकर्णोपुत्री सेंटर बाली में आयोजित सुधी वडानी समारोह में हिंदू धर्म को स्वीकार किया। जारी वीडियो में वह धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करती हुई नजर आईं। धर्म परिवर्तन के बाद सुकमावती ने इसे दक्षिण पूर्व एशिया में सनातन धर्म का प्रसार बताया है।
सुकमावती हिंदू धर्म की सभी सिद्धांतों और परंपराओं से जानती हैं। बाली में हिंदू धर्म से जुड़े कई मंदिर हैं और दुनियाभर से लोग इसे देखने आते हैं। सुकमावती धर्म परिवर्तन की एक खास बात ये भी है कि उनके इस कदम का उनके भाइयों, गुंटूर सोएकर्णोपुत्र और गुरुह सोएकर्णोपुत्र, और बहन मेगावती सोकर्णोपुत्री ने भी समर्थन किया है। उनके बच्चों यानी मुहम्मद पुत्र परवीरा उतामा, प्रिंस हर्यो पौंड्राजरना सुमौत्रा जीवनेगारा और गुस्ती राडेन आयु पुत्री सिनिवती ने भी स्वागत किया है। धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपनाने के इस समारोह के लिए कुछ खास लोगों को निमंत्रण कार्ड भेजा गया था।
इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने का आयोजन बाली के बाले अगुंग सिंगराजा बुलेलेंग रेजेंसी के सुकर्णो सेंटर हेरिटेज एरिया में किया गया। सुकमावती सुकर्णपुत्री सुकर्णो की तीसरी बेटी और पूर्व राष्ट्रपति मेघावती, सुकर्णपुत्री की छोटी बहन हैं।
वर्ष 2018 में इंडोनेशिया के कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों ने उनके खिलाफ ईश निंदा की शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि बाद में उन्होंने माफी भी मांग ली थी। गौरतलब है कि इंडोनेशिया दुनिया में सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है।
सुकमावती के इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की खबर ने कई लोगों को हैरान कर दिया है। हालांकि, उनके बारे में कहा जाता है कि वो काफी समय से हिंदू धर्म से प्रभावित रही हैं। कई बार उन्होंने हिंदुओं के सार्वजनिक समारोह में भी भाग लिया है।