कोलकाता : एक सार्वजनिक बैठक में जिला स्तर के तृणमूल कांग्रेस नेता ने अपनी हालिया टिप्पणी, में बांग्लादेशी नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल करने की मांग की थी। इसके खिलाफ भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के माध्यम से भारत चुनाव आयोग (ईसीआई) से संपर्क किया है।
भाजपा के तीन नेताओं, सिसिर बाजोरिया, अभिजीत दास और प्रताप बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले के बारासात लोकसभा क्षेत्र के लिए तृणमूल कांग्रेस के संगठनात्मक जिलाध्यक्ष रत्ना विश्वास पर बांग्लादेशी सांठगांठ का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय को शिकायत भेजी है।
उक्त लोकसभा के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को यथाशीघ्र मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने की अपील की गई है। शिकायत के साथ, भाजपा नेताओं ने उक्त कार्यक्रम की एक वीडियो क्लिपिंग भी संलग्न की है, जहां बिस्वास को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए देखा और सुना गया था कि बांग्लादेशी मतदाताओं के नाम सूचीबद्ध हों।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा, “तृणमूल कांग्रेस समझ गई है कि पश्चिम बंगाल के वास्तविक मतदाताओं के साथ, उसके लिए जीत असंभव है, इसलिए वे मतदाता सूची में विदेशियों के नाम शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं।”
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) स्तर की जांच होनी चाहिए, क्योंकि ऐसी टिप्पणियां राष्ट्र की सुरक्षा के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संज्ञान में लाऊंगा।