कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के पहाड़ के लिए बनाए गए गोरख टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के लिए 75 करोड़ रुपये के अनुदान की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच गहरे संबंध रहे हैं।
उत्तर बंगाल में मीडिया से मुखातिब ममता ने शुक्रवार को कहा कि उनके बीच पहाड़ और समतल के लोगों के बीच कलह के बीज बोने की कोशिश करने वाले सफल नहीं होंगे। बनर्जी ने विभिन्न विकास पहल की घोषणा के दौरान कर्सियांग में एक कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार उत्तर बंगाल के लिए 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी और दार्जिलिंग तथा कलिम्पोंग जिलों में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) केंद्र स्थापित करेगी। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि हमारे मैदानी और पहाड़ी इलाकों के लोगों के बीच खून के रिश्ते हैं। यह एक शांतिपूर्ण जगह है। कुछ तत्व चुनाव से पहले आते हैं और हमारे बीच कलह के बीज बोने की कोशिश करते हैं। उन पर ध्यान न दें, पहाड़ के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों के हमारे बच्चों और युवाओं को राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि दार्जिलिंग, कर्सियांग और कलिम्पोंग में आईटी और शिक्षा केंद्र तथा अन्य परियोजनाओं से सभी के लिए अवसर पैदा होंगे। बनर्जी ने उद्योगपतियों से पहाड़ी क्षेत्रों में आकर निवेश करने का भी आह्वान किया। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस शासन के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में विकास की गति जारी रखने के वास्ते गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के लिए 75 करोड़ रुपये के अनुदान की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उन लोगों को पट्टा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है जो वर्षों से भूमि के एक विशेष टुकड़े पर रह रहे हैं।