बैरकपुरः डीएवी पब्लिक स्कूल, बैरकपुर के वार्षिकोत्सव ‘उद्घोष’ में विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से समां बांध दिया। जूनियर क्लास के बच्चों ने रेट्रो डांस पर खूब तालियां बटोरीं जबकि सीनियर क्लास के बच्चों ने डांस ड्रामा ‘द लॉस्ट चाइल्डहूड’ से दर्शकदीर्घा में बैठे लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। जूनियर छात्र-छात्राओं के बीहू, कालबेलिया तथा बाउल नृत्य दर्शकों को खूब पसंद आया।
‘पधारों म्हारे देश’ पर बच्चों ने नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत करते हुए दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। मेरा जूता है जापानी, किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, मेरे सपनों की रानी कब आएगी, जिमी जिमी, हवा हवाई की धुन पर रेट्रो डांस से नौनिहालों ने सबका मन मोह लिया। पपेट डांस भी आकर्षण का केंद्र रहा। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के जरिए एकता का पाठ पढ़ाया। फॉल्क डांस के माध्यम से देश के हर रंग से परिचित कराया।
बैरकपुर के सुकान्त सदन में दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हावड़ा, श्यामपुर 2 के बीडीओ संजू गुहा मजुमदार, बीएसएफ के पूर्व डीआईजी समीर कुमार मित्रा तथा सम्मानीय अतिथि के रूप में एनएसओयू के यूटीओ जयब्रत गोस्वामी तथा बैरकपुर बार एसोसियेशन के सचिव रवीन्द्र नाथ भट्टाचार्य उपस्थित हुए। स्मृति चिह्न प्रदानकर एवं शॉल ओढ़ाकर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका जीता भट्टाचार्जी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।
सत्र 2022-23 का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए उन्होंने विद्यालय की उपलब्धियां छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों के सामने रखीं। शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित करने वाले विद्यार्थियों की उपलब्धियों से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल शैक्षणिक विषयों तक ही समिति नहीं है। जीवन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना ही वास्तविक शिक्षा है। प्रत्येक बच्चे की अपनी खूबी होती हैं, उन्हें उनके ढंग से विकसित होने दें। मुख्य अतिथि संजय गुहा मजुमदार ने कहा, बच्चों पर उम्मीदों का दबाव कभी नहीं डालना चाहिए।
हाल ही में फिल्म ट्वेल्थ फेल का जिक्र करते हुए कहा कि बच्चों की प्रगति तो सभी चाहते हैं लेकिन असफल होने पर उससे लड़ने की सीख उन्हें कोई भी अभिभावक नहीं देता है। लेकिन वास्तव में असफलता ही हमें सफलता की राह दिखाती है। इसलिए बच्चों को कभी भी असफलता से निराश होने की जरूरत नहीं है। सम्मानीय अतिथि जयब्रत गोस्वामी ने डीएवी के बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक ध्वनि गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ हुआ, तत्पश्चात् अतिथियों ने मंगलदीप प्रज्ज्वलित किया। विद्यार्थियों ने डीएवी गान एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक क्षेत्रों में सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थियों को आगत अतिथियों के कर-कमलों से पुरस्कृत किया गया। शांतिपाठ और राष्ट्र गान से कार्यक्रम का समापन हुआ। मौके पर प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित डीएवी वेस्ट बंगाल जोन के प्राचार्य एवं अन्य स्थानीय गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।