कोलकाता : भाजपा के बाद, आईएसएफ ने विक्टोरिया हाउस के सामने रैली की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने फिलहाल उस रैली की सशर्त इजाजत दी है। बुधवार को सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि पिछले साल आईएसएफ को रानी रासमणि रोड पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी गई थी। लेकिन उस कार्यक्रम को लेकर हिंसा के आरोप लग रहे हैं। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी। आईएसएफ कार्यकर्ता और समर्थक पुलिस से भिड़ गए थे। ऐसे में अगर विक्टोरिया के सामने सभा आयोजित करनी है तो पहले पार्टी कोर्ट में पहले यह सुनिश्चित करे कि सभा में शामिल होने वाले समर्थक कानून का पालन करेंगे। इसे लेकर कोर्ट ने पार्टी का पक्ष जानना चाहा है।
नौशाद सिद्दीकी की टीम को रैली के बारे में बताते हुए कोर्ट में हलफनामा दाखिल करना होगा। इसके अलावा पिछले साल की घटना से नौशाद की टीम ने क्या सबक सीखा, इसकी जानकारी भी कोर्ट को देनी होगी।
इसके अलावा कार्यक्रम की योजना और सभा संबंधी विषयों की भी जानकारी दी जानी चाहिए। पहले यह सारी जानकारी दी जाए। न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की पीठ में मामले की सुनवाई हुई है।