कोलकाता : साइबर सुरक्षा के बारे में जन जागरुकता पैदा करने के लिए सिटी ऑफ जॉय अपनी पहली साइबर सुरक्षा जागरुकता का गवाह बना। इंडियन स्कूल ऑफ एथिकल हैकिंग (आईएसओईएच) ने 30 नवंबर को साइबर सुरक्षा पर एक रैली का आयोजन किया। एसडीएफ बिल्डिंग, साल्ट लेक, सेक्टर 5 में हिडको के प्रबंध निदेशक देवाशीष सेन, पश्चिम बंगाल मकौत के कुलपति डॉ. सैकत मैत्रा, प्रसिद्ध चित्रकार सुवप्रसन्ना भट्टाचार्जी, अभिनेत्री ऋचा शर्मा और ग्रैंड मास्टर दिब्येंदु बरुआ की उपस्थिति में यह आयोजन हुआ। रैली में झांकी, साइबर मुद्दों पर प्रश्नोत्तरी, पोस्टर व नारों के साथ युवा छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों और कॉर्पोरेट जगत में उत्साह देखा गया।
राष्ट्रीय कंप्यूटर सुरक्षा दिवस हर 30 नवंबर को हमारा ध्यान आकर्षित करता है क्योंकि साइबर सुरक्षा हर चीज को प्रभावित करती है, जहां से हम अपना पैसा खर्च करते हैं। लोगों और कंपनियों को ऑनलाइन सुरक्षित रखना दुनिया भर में सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह कुछ ऐसा है जो राष्ट्रीय कंप्यूटर सुरक्षा दिवस पर हमारे दिमाग में सबसे ऊपर रहता है।
पिछले एक साल में ही भारत ने 2020 में साइबर अपराध के 50,035 मामले दर्ज किए, पिछले वर्ष की तुलना में 11.8% प्रतिशत की वृद्धि हुई, क्योंकि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार “सोशल मीडिया पर नकली समाचार” की 578 घटनाएं भी दर्ज की गईं। 2019 में देश में साइबर अपराध के 44,735 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2018 के लिए आंकड़े 27,248 थे। ISOEH के प्रबंध निदेशक संदीप सेनगुप्ता ने कहा कि वे इस तरह की अनूठी रैली का आयोजन करके बेहद खुश हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि साइबर सुरक्षा जागरुकता का अर्थ है किसी की पहचान और संपत्ति की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाना।