मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग ने गठित की समिति

नयी दिल्ली  : राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसक घटनाओं को गंभीरता ले लिया है। महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने इन घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेते हुए इसकी जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है।

एनसीडब्ल्यू ने बुधवार को एक बयान में बताया कि मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान के मंदिरपारा इलाके में सांप्रदायिक अशांति के दौरान कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं की खबरें सामने आई हैं। हिंसा के कारण सैकड़ों महिलाओं को पलायन करना पड़ा, जिनमें से कई को सुरक्षा की तलाश में भागीरथी नदी पार करने के लिए मजबूर होना पड़ा और उनको पास के मालदा जिले में शरण लेनी पड़ी। ये महिलाएं अपने घरों से दूर हो गई हैं, डर और अनिश्चितता में जी रही हैं। विजया रहाटकर हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी, लोगों से मिलेंगी और स्थिति का आकलन करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगी। इस जांच समिति में एनसीडब्ल्यू की सदस्य डॉ अर्चना मजूमदार और एनसीडब्ल्यू की उप सचिव डॉ शिवानी डे भी शामिल होंगी।

आयोग ने बताया कि अध्यक्ष रहाटकर की अगुवाई में चार सदस्यीय समिति 17 अप्रैल की शाम को कोलकाता पहुंचेगी और 18 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में हिंसा से विस्थापित प्रभावित महिलाओं और परिवारों से मिलने के लिए मालदा जाएगी। टीम अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक और मालदा के जिला मजिस्ट्रेट के साथ भी बैठक करेगी। 19 अप्रैल को समिति मुर्शिदाबाद में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी, जिसमें शमशेरगंज, जाफराबाद और अन्य शामिल हैं। इस दौरान टीम के सदस्य स्थानीय पीड़ितों, उनके परिवारों के साथ बातचीत करेगे और मुर्शिदाबाद के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात करेंगे। समिति उन परिस्थितियों की जांच करेगी जिनके कारण घटना हुई और संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई प्रतिक्रिया और उपायों का मूल्यांकन करेगी। इसके साथ पीड़ितों, उनके परिवारों, अधिकारियों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के साथ मिलकर तथ्य जुटाएगी और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपचारात्मक उपाय सुझाएगी।

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