नयी दिल्ली : भारतीय वायु सेना का एक और सी-17 विमान गुरुवार की सुबह 6 बजे हंगरी के बुडापेस्ट से 220 भारतीय यात्रियों को लेकर दिल्ली के पास अपने घरेलू बेस हिंडन पर उतरा। इससे पहले ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत रात दो बजे के करीब रोमानिया से 200 छात्रों को लेकर भारतीय वायु सेना का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भारत लौटा था।
युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकलकर पड़ोसी देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की ‘वतन वापसी’ के लिए शुरू किये गए इस अभियान में बुधवार से वायु सेना भी शामिल हुई है। वायु सेना ने रोमानिया, स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी से नागरिकों को लाने के लिए चार विमानों को तैनात किया है जो आज दिन में लौटेंगे।
हंगरी के बुडापेस्ट से 220 भारतीय यात्रियों को लेकर लगभग 8 घंटे की उड़ान के बाद भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान दिल्ली के पास अपने घरेलू बेस हिंडन में आज सुबह 6 बजे उतरा। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने विमान के अन्दर जाकर आने वाले भारतीयों के साथ बातचीत की। सबसे पहले उन्होंने ‘भारत माता की जय’ का तीन बार उद्घोष कराया और उनके भारत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूरे देश की ओर से स्वागत किया।
युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित लौटे नागरिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी ने विषम परिस्थितियों में भी अपना धैर्य बनाये रखा और काफी संघर्ष के बाद भारत लौटे हैं। अपनी मातृभूमि पर लौटने के बाद आपके चेहरों पर जो ख़ुशी दिख रही है, उसे देखकर आपके माता-पिता की भी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। जैसे ही छात्र इस विमान से उतरेंगे, यह फिर से वापसी के लिए उड़ान भरेगा ताकि और छात्रों को लाया जा सके।
इससे पहले ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत बुधवार/गुरुवार को रात दो बजे के करीब रोमानिया से 200 छात्रों को लेकर भारतीय वायु सेना के पहले सी-17 ग्लोबमास्टर विमान ने अपने घरेलू एयर बेस हिंडन में लैंड किया। सी-17 ग्लोबमास्टर से आए भारतीयों का स्वागत करने के लिए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी हिंडन एयरबेस पहुंचे थे। इसके बाद सभी छात्रों को बसों के जरिये दिल्ली स्थित उनसे संबंधित राज्य भवन तक पहुंचाया गया।