कोलकाता में एबवी के कर्मचारी आठवें सालाना “वीक ऑफ पॉसिबिलिटीज़” में स्थानीय समुदाय की मदद के लिए बने स्वयंसेवक

कोलकाता : कोलकाता में बुधवार को एबवी के कर्मचारी आठवें सालाना वीक ऑफ पॉसिबिलिटीज़ (संभावनाओं के सप्ताह) स्वयंसेवी कार्यक्रम में भागीदारी कर रहे हैं। यह स्वयंसेवी कार्यक्रम समान लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी के कर्मचारियों को आपस में एकजुट करता है, जिससे समाजसेवा से स्थानीय समुदाय की मदद की जा सके। दुनिया भर में 26 से 30 जून तक 50 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों में एबवी के हजारों कर्मचारी विश्वसनीय गैर-लाभकारी और सामुदायिक साझीदारों के सहयोग से व्यावहारिक परियोजनाओं को पूरा करेंगे। इससे स्थानीय समुदाय को लाभ होगा और हजारों लोगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।

एबवी की कंपनी एलर्गन के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं जनरल मैनेजर सुरेश पट्टाथिल ने कहा, “एबवी में हम स्वयंसेवा से स्थानीय समुदाय की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए ट्रान्सेंडेंट नॉलेज सोसायटी के साथ साझेदारी कर हम बेहद उत्साहित हैं। ‘वीक ऑफ पॉसिबिलिटीज़’ में यह हमारी सबसे बेहतरीन सालाना स्वयंसेवी पहल में से एक है, जिसका सभी को इंतजार था। दुनिया भर में एबवी के हजारों कर्मचारी स्थानीय समुदाय की सेवा के लिए एकजुट होंगे।”

आईवॉलंटियर ने अपने स्वयंसेवकों और समाज में हाशिए पर रह रहे समुदाय के बच्चों के लिए किया था। स्वयंसेवकों ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों/युवाओं के साथ भेल, कैनपेस, सैंडविच आदि जैसे हल्के नाश्ते (बिना आग का उपयोग किए) तैयार करने में मदद की और कुछ मौज-मस्ती और खेलों के साथ मिलकर भोजन किया।

हर जगह, जहां ‘वीक ऑफ पॉसिबिलिटीज़’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई, वहां परियोजनाओं को यह सुनिश्चित करने के लिए चुना गया कि एबवी के स्वयंसेवकों का प्रयास हर स्थानीय समुदाय की सबसे बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए सार्थक कदम हो। इन स्थानीय परियोजनाओं को समुदायों के नजदीक रहने वाले गैर-लाभकारी साझीदारों के सहयोग से डिजाइन कर अमल में लाया गया। इनमें ट्रान्सेंडेंट नॉलेज सोसायटीभी शामिल है।

एववी के वीक ऑफ पॉसिबिलिटीज़ की शुरुआत 2014 में की गई थी। अब यह कंपनी की वैश्विक परंपरा बन गई है, जिसे दुनिया भर में निभाया जाता है। एबवी फाउंडेशन ने इस शानदार पहल के लिए अलग-अलग हिस्सों में फंड मुहैया कराया। इस पहल में पूरा ध्यान स्थानीय समुदाय की सेवा परियोजनाओं पर रखा गया, जिसके आसपास दुनिया भर में एवी के कर्मचारी रहते और काम करते हैं।

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