कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पंचायत चुनाव से पहले अपने दो महीने व्यापी चलने वाली बहुचर्चित जनसंपर्क यात्रा की शुरुआत मंगलवार को कूचबिहार से कर दी। जिले के सिताई से इसकी शुरुआत करते हुए उन्होंने पार्टी नेताओं को साफ तौर पर गुटबाजी को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, ‘अगर किसी को लगता है कि बलपूर्वक बैलट बॉक्स तोड़कर प्रार्थी के तौर पर अपना नाम दे देंगे और पार्टी इसे स्वीकार कर लेगी तो वह मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं। मैं पहरेदार हूं। इसलिए यह जनसंपर्क यात्रा चल रही है कि अच्छे और साफ-सुथरी छवि के लोगों को ढूंढ कर उम्मीदवार बनाया जाए।’
साहिबगंज में सभा को उन्होंने करीब 20 मिनट तक संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘मैं यही मंच पर बैलट बॉक्स रखकर जा रहा हूं। यहां जो भी तृणमूल के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित हैं वे पंचायत चुनाव में अपने लिए पसंदीदा उम्मीदवारों का नाम इस बैलट बॉक्स में डाल दें।’
इसके बाद वह जैसे ही वहां से रवाना हुए इधर बैलट बॉक्स में नाम डालने के लिए भगदड़ मच गई। कई नेताओं ने एक दूसरे से हाथापाई की। यहां तक कि बैलेट पेपर फाड़ दिया और बॉक्स भी तोड़ दिया।
खास बात यह है कि मौके पर पुलिस मौजूद थी। उसके बाद अभिषेक शीतलकुची पहुंचे। वहां जनसभा करते हुए सिताई की इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अति उत्साहित होकर बैलेट बॉक्स तोड़ दिया है। इसीलिए मैंने यह जनसंपर्क यात्रा शुरू की है। मुझे पता है कि कहां इस तरह की घटना हो सकती है। इस दौरान वहां उपस्थित सिताई के तृणमूल नेतृत्व को निर्देश देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि क्षेत्र के पसंदीदा उम्मीदवारों के पक्ष में बैलट बॉक्स में जो नाम पड़े हैं उसका परिणाम बुधवार सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक आ जाएगा। उन्हीं उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को पंचायत चुनाव में टिकट देने के लिए अभिषेक बनर्जी राज्य भर में दो महीने तक जनसंपर्क यात्रा कर रहे हैं। इसे उन्होंने नव जोआर यानी नई पीढ़ी को जोड़ने की यात्रा नाम दिया है। इसके तहत उन उम्मीदवारों के पक्ष में तृणमूल नेता और कार्यकर्ताओं से वोटिंग कराई जाएगी जो साफ-सुथरे छवि के हैं।