इतिहास के पन्नों में 04 अगस्तः किशोर कुमार के गीतों का जादू बरकरार

देश-दुनिया के इतिहास में 04 अगस्त की तारीख तमाम अहम घटनाओं के रूप में दर्ज है। 1265 में 04 अगस्त को ही एवेशम की लड़ाई में ब्रिटेन के प्रिंस एडवर्ड ने साइमन डी मोंटफोर्ट को हराया था। 1870 में इसी तारीख को ब्रिटिश रेडक्रॉस सोसाइटी की स्थापना हुई थी। इस तारीख को भारतीय सिनेमा को यादगार गाने देने वाले किशोर कुमार की जयंती के रूप में भी याद किया जाता है। निर्देशन, अभिनय और गायन में अभिनव प्रयोग करने वाले चुलबुले और हरदिल अजीज फनकार किशोर कुमार का जन्म 04 अगस्त 1929 को खंडवा (मध्य प्रदेश) में हुआ था। उन्हें हिन्दी सिनेमा में तमाम तरह के किरदारों को बखूबी निभाने के लिए भी जाना जाता है। उनके गायन की शैली और कॉमेडी को लोग आज भी याद करते हैं। देश की पहली कॉमेडी फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ में किशोर कुमार ने अपने दोनों भाइयों अशोक कुमार और अनूप कुमार के साथ हास्य अभिनय के ऐसे आयाम स्थापित किए, जो आज भी मील का पत्थर हैं। हास्य फिल्मों की बात हो तो इस फिल्म को बेहतरीन फिल्मों में शुमार किया जाता है। हिंदी सिनेमा में कई गायक आए और गए लेकिन किशोर कुमार की आवाज का जादू आज भी बरकरार है।

किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था। धनी परिवार में जन्मे किशोर कुमार का बचपन से एक ही सपना था। वह अपने बड़े भाई अशोक कुमार से ज्यादा पैसा कमाना चाहते थे। किशोर चार भाई-बहनों अशोक कुमार, सती देवी, अनूप कुमार में सबसे छोटे थे। उनका निधन 13 अक्टूबर 1987 में हुआ था।मुंबई में रहने के बावजूद किशोर कुमार का मन हमेशा अपने जन्म स्थान खंडवा में रमा रहा। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ‘कौन मूर्ख इस शहर में रहना चाहता है। यहां हर कोई दूसरे का इस्तेमाल करना चाहता है। कोई दोस्त नहीं है। किसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं।’ 70 और 80 के दशक में किशोर कुमार सबसे महंगे सिंगर थे। खासकर राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के लिए उनकी आवाज बेहद पसंद की जाती थी। राजेश खन्ना को सुपरस्टार बनाने में किशोर का बड़ा योगदान माना जाता है।

किशोर कुमार ने चार शादियां की थीं। उनकी पहली पत्नी रूमा गुहा ठाकुरता थी। शादी के आठ साल बाद उन्होंने अपनी रूमा से तलाक ले लिया। इसके बाद उन्होंने 1960 में मधुबाला से शादी की। गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बाद 35 साल की उम्र में मधुबाला का देहांत हो गया। मधुबाला की मौत के बाद किशोर कुमार की जिंदगी में योगिता बाली आईं। महज दो साल बाद योगिता से भी उनका रिश्ता टूट गया। इसके बाद किशोर कुमार ने 1980 में खुद से 20 साल छोटी लीना से शादी की।

किशोर कुमार का जीवन विवादों में भी घिरा रहा। 1980 दशक के मध्य में उनके अमिताभ बच्चन के साथ कटु संबंध स्थापित हो गए, क्योंकि अमिताभ ने किशोर कुमार की प्रोडक्शन कंपनी के तहत बनने वाली फिल्म ममता की छांव में अतिथि की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था। उनकी तीसरी पत्नी योगिता बाली से मिथुन चक्रवर्ती से किशोर इतने आहत हुए कि मिथुन चक्रवर्ती के लिए गीत गाने बंद कर दिए। इमरजेंसी के दौरान संजय गांधी ने मुंबई में कांग्रेस की रैली के लिए गायन करने के लिए किशोर कुमार से संपर्क किया,तो उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। नतीजतन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने किशोर कुमार के गानों को दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया।

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