Category Archives: साहित्य-रंगमंच

झुंझुनूं : जड़ों की ताकत व प्रवासी मारवाड़ी की पहचान – प्रदीप ढेडिया

◆ झुंझुनूं प्रगति संघ के 67वें स्थापना दिवस पर विशेष ◆ भारत की संस्कृति में जड़ों का महत्व बेहद गहरा है। कहावत है, “कोई भी पेड़ तब तक हरा-भरा रहता है जब तक उसकी जड़ें जमीन से जुड़ी होती हैं।” इस कहावत का तात्पर्य यह है कि किसी भी व्यक्ति या समुदाय की पहचान उसके […]

दीपावली : आस्था, परंपरा व आधुनिकता का संगम – प्रदीप ढेडिया

दुनिया के अधिकांश हिस्सों में जब भी त्यौहारों का मौसम आता है, एक अजीब सी उमंग और उत्साह का वातावरण बन जाता है। भारत में दीपावली का त्यौहार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह न केवल हिन्दू धर्म के अनुयायियों का प्रमुख पर्व है, बल्कि भारतीय संस्कृति का एक अमूल्य हिस्सा भी है। दीपावली का […]

नीलांबर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जुटे देश के महत्वपूर्ण कविगण

कोलकाता : देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ‘नीलांबर’ द्वारा ‘एक साँझ कविता की – 10 का आयोजन शनिवार की शाम सियालदह के मंथन सभागार में किया गया। नीलांबर सर्वदा ही हिंदी साहित्य में नवीन प्रयोग एवं आधुनिक तकनीक के समावेश से साहित्य को आम जन तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहा है। इसके […]

काव्य वीणा सम्मान से सम्मानित किए गए कर्नल प्रवीण शंकर त्रिपाठी

कोलकाता : कोलकाता की साहित्यिक सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत संस्था परिवार मिलन ने कर्नल प्रवीण शंकर त्रिपाठी को काव्य वीणा सम्मान-2024 से सम्मानित किया।विगत 11 वर्षों से यह सम्मान चर-अचर अर्पण न्यास के सौजन्य से सम्पन्न किया जाता है। कर्नल त्रिपाठी को यह द्वादश काव्य वीणा सम्मान उनकी प्रभावशाली छंद योजना, लयबद्धता, […]

राजभाषा पखवाड़ा : पवन विद्यापीठ विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन

कोलकाता : राजभाषा पखवाड़ा के उपलक्ष्य में पवन विद्यापीठ विद्यालय में स्कूल के बच्चों द्वारा निबंध (हस्तलेखन) प्रतियोगिता, वृक्षारोपण तथा कविता आवृत्ति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा स्कूल के सभी शिक्षकों तथा संचालकों के योगदान ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया। इस कार्यक्रम की […]

बोलियों से समृद्ध होता है हिंदी का रोजगारपरक स्वरूप : डॉ. कमलेश

कोलकाता : “निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल” के मूल मंतव्य के साथ हिंदी भाषा के प्रचार–प्रसार एवं बोलियों को समृद्ध करने तथा रोजगारपरक बनाने की जरूरत है – ये उद्गार सेंट पॉल्स कैथेड्रल मिशन कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. कमलेश कुमार पांडेय ने सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय द्वारा आयोजित ‘हिंदी दिवस समारोह’ […]

कोलकाता श्री जीण माता प्रचार समिति का हुआ सम्मान

कोलकाता : ‘माँ का परिवार’ ने अपनी मासिक आयोजन कार्यक्रम श्रृंखला के अन्तर्गत आध्यात्मिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिेए कोलकाता श्री जीण माता प्रचार समिति का सम्मान किया। इस अवसर पर श्री जीण धाम मंदिर के तीन पुजारी विशेष रुप से उपस्थित थे। ‘माँ का परिवार’ ने संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों का मोतियों […]

“हर चौखट पर यही दुआ है, वतन मेरा आबाद रहे” – पश्चिमबंग हिन्दी अकादमी ने बहाई काव्य सरिता

कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग के अंतर्गत पश्चिमबंग हिंदी अकादमी ने स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने अकादमी हाल में एक कवि सम्मेलन काव्य सरिता आयोजित किया। इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे नगर के वरिष्ठ कवि योगेंद्र शुक्ल सुमन और विशेष अतिथि थे रचनाकार संस्था के […]

रामचरितमानस लोगों को जीवन मंत्र देता है : प्रो. संजय द्विवेदी

कोलकाता : तुलसीदास का साहित्य लोकमंगल और लोकहित का साधक है। तुलसी लोकजीवन में पैठे हैं। उनका साहित्य आत्म दैन्य से जूझते व्यक्ति के लिए संजीवनी का काम करता है – ये उद्गार हैं भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक एवं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि, भोपाल के पूर्व कुलपति प्रो. संजय द्विवेदी […]