कोलकाता : देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ‘नीलांबर’ द्वारा ‘एक साँझ कविता की – 10 का आयोजन शनिवार की शाम सियालदह के मंथन सभागार में किया गया। नीलांबर सर्वदा ही हिंदी साहित्य में नवीन प्रयोग एवं आधुनिक तकनीक के समावेश से साहित्य को आम जन तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहा है। इसके अंतर्गत कोलकाता एवं देश के विभिन्न हिस्सों में संस्था द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसी कड़ी में यह आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी के प्रतिष्ठित कवि हरिओम राजोरिया ने की। आमंत्रित कवियों में रश्मि भारद्वाज, यतीश कुमार, संध्या नवोदिता एवं उत्कर्ष शामिल थे।
कार्यक्रम के आरंभ में नीलांबर की अध्यक्ष पूनम सिंह ने स्वागत वक्तव्य में कहा कि ‘नीलांबर’, इस नाम को हम पिछले 25 वर्षों से जी रहे हैं। साहित्य के लोकप्रियकरण हेतु हम विभिन्न आयामों पर लगातार काम करते रहे, हमारी यात्रा विविध रही। हमारी इस यात्रा से लोग जुड़ते गए और कारवाँ बनता गया। कार्यक्रम की शुरुआत नीलांबर की टीम द्वारा काव्य गीतों की प्रस्तुति के साथ हुई। इस टीम में शामिल थे ऋतेश पांडेय, पूनम सिंह, विशाल पांडेय, दीपक ठाकुर, चयनिका दत्ता, अपराजिता विनय, निखिल विनय एवं आरती। युवा नृत्यांगना उज्जैनी सरकार और सागरिका अड्डी की जोड़ी ने अनामिका की कविता ‘जन्म ले रहा एक नया पुरुष’ पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति की। आमंत्रित कवियों ने अपनी उत्कृष्ट कविताओं के पाठ द्वारा कार्यक्रम को गरिमामय और यादगार बनाया। कविता पाठ और अन्य प्रस्तुतियों को दर्शकों द्वारा भरपूर सराहना मिलीं। प्रत्येक कवि के कविता पाठ से पहले उस कवि के जीवन एवं रचनाकर्म पर आधारित वीडियो दिखाया गया।
वीडियो का संपादन मनोज झा ने किया एवं स्वर दिया पूनम सिंह, ममता पांडेय, अनिला राखेचा, रचना सरन एवं प्रियंका सिंह ने। संस्था के सचिव आनन्द गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि वर्तमान समय में मनुष्यता के ऊपर गंभीर संकट है। अपसंस्कृति का चारों तरफ बोलबाला है। स्त्रियाँ असुरक्षा में जी रही हैं। ऐसी परिस्थिति में ऐसा कार्यक्रम प्रतिरोध दर्ज करने का एक उपक्रम है। कार्यक्रम का संचालन चयनिका ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गण्यमान्य एवं साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।